एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार पर कश्मीरी पंडितों को धोखा देने का आरोप लगाया। ओवैसी ने कहा कि इस विस्थापित समुदाय के घाटी में पुनर्वास को लेकर सरकार विफल रही है। हैदराबाद से लोकसभा सांसद ओवैसी ने पुणे में एक कार्यक्रम में कहा, संसद में 2014 में मेरे भाषण में मैंने कहा था कि कश्मीरी पंडितों को घाटी वापस भेजा जाना चाहिए, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने साढ़े चार साल में क्या किया। क्या आप इससे संतुष्ट हैं। कश्मीर में उन्होंने क्या माहौल बनाया है। ओवैसी ने कहा, जिम्मेदार कौन है। मोदी और भाजपा ने कश्मीरी पंडितों को धोखा दिया है। उन्होंने आपके लिए कुछ नहीं किया। एक महिला सैन्य अधिकारी के सवाल पर ओवैसी ने कहा, घाटी में सेना है और चुनौतीपूर्ण कार्य कर रही है। मैं उनका सम्मान करता हूं। लेकिन पिछले सात साल में जम्मू कश्मीर में सेना के सबस ज्यादा जवान मारे गए। उन्होंने कहा कि वह आरएसएस के इस विचार को नहीं मानते कि भारत हिंदुओं और हिंदुत्व की वजह से धर्मनिरपेक्ष है। देश इसके संविधान की वजह से धर्मनिरपेक्ष है। उन्होंने कहा कि दलितों और अल्पसंख्यकों के बीच गठजोड़ बहुत जरुरी है। इसी दौरान कश्मीरी पंडित समुदाय के एक सदस्य के इस आरोप को ओवैसी ने खारिज कर दिया कि वह रोहिंग्या मुसलमानों की तो बात करते हैं, लेकिन विस्थापित कश्मीरी पंडित समुदाय की नहीं। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने भी जम्मू-कश्मीर के दौरे पर विजयपुर इलाके में एक रैली को संबोधित किया। यहां पीएम ने कश्मीरी पंडितों की बात की।