सरकार जेट एयरवेज के संकट से नौकरियां जाने का खतरा टालने की भरपूर कोशिश कर रही है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने इसके लिए स्पाइसजेट को कहा है कि वह जेट के कुछ एयरक्राफ्ट के संचालन करने पर विचार करे। इस संबंध में सरकार अन्य एयरलाइंस कंपनियों के साथ भी बातचीत कर रही है। स्पाइसजेट से कहा गया है कि वह जेट की सर्विस से हटे 40 विमानों का संचालन करे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी माहौल में ऐसी कोई आफत से बचना चाहते हैं जिसमें 23 हजार लोगों को नौकरी देने वाली कंपनी ठप पड़ जाए। सरकार के सामने यह मुश्किल इसी सप्ताह खड़ी हुई जब जेट को कर्ज देने वाले कई बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के नेतृत्व में एतिहाद को जेट की फंडिंग करने को राजी करने में असफल रहे। एतिहाद के पास अभी जेट के 24 प्रतिशत शेयर है। इससे पहले एक सरकारी अधिकारी ने कहा था कि वे मैनेजमेंट मे बदलाव कर जेट को बचाना चाहते हैं लेकिन इसके भविष्य का फैसला इसे कर्ज देने वाले बैंक ही कर सकते हैं।