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कोविड​​-19 पर मंत्री हर्षवर्धन ने एलजी और सीएम केजरीवाल पर की बैठक 

कोविड​​-19 पर मंत्री हर्षवर्धन ने एलजी और सीएम केजरीवाल पर की बैठक 

कोविड​​-19 पर मंत्री हर्षवर्धन ने एलजी और सीएम केजरीवाल पर की बैठक 
 संपर्क का पता लगाने, सामुदायिक निगरानी, ​​अस्पताल प्रबंधन, आइसोलेशन वार्डों के विकास और प्रबंधन, जागरूकता अभियान के लिए संबंधित विभागों, राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों, निगमों और एजेंसियों आदि के बीच अच्छी तरह से समन्वित कार्रवाई, वे प्रमुख फोकस क्षेत्र हैं, जिनपर वर्तमान में ध्यान देने की आवश्यकता है। हमें कोविड-19 द्वारा उत्पन्न खतरे से लड़ने के लिए एक साथ मिलकर काम करना होगा।केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली सरकार के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा और समन्वय बैठक की अध्यक्षता करने के दौरान यह बात कही। इस बैठक में दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी सरकार के उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सत्येंद्र जैन भी उपस्थित थे। 
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव सुश्री प्रीति सुदान ने वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान में उभर रहे परिदृश्य के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन हम सतर्क हैं और कोविड-19 के प्रबंधन के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 पर उठाए जा रहे कदमों और की जाने वाली तैयारियों पर नियमित रूप से विभिन्न राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के साथ नियमित बैठकें आयोजित की जा रही हैं। मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि हमें केंद्रीय मंत्रालयों / विभागों के साथ अंतर-क्षेत्रीय समन्वय पर फोकस करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को दैनिक आधार पर अपनी तैयारियों और समीक्षा कार्यों को सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता है। राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को और अधिक संवेदनशील होने की जरूरत है और कोविड-19 के लिए उपयुक्त कार्य और तैयारियों में हमें सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि इस समय जिला कलेक्टरों को अधिक जवाबदेह बनाने, संपर्क का पता लगाने और व्यापक सामुदायिक संचरण से बचने और यदि पाया गया तो संचरण को तोड़ने के राज्य और जिला निगरानी टीमों को मजबूत बनाने के जरिए क्लस्टर संरोधन कार्यनीति जैसे अधिक रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। डॉ.हर्षवर्धन ने यह भी सलाह दी है कि राज्यों को अलर्ट पर रहने और प्रत्येक जिले में बड़ी संख्या में पुष्ट / संदिग्ध मामलों को समायोजित करने के लिए और साथ ही उनकी लॉजिस्टिक आवश्यकताओं को समायोजित करने के लिए आइसोलेशन सुविधाओं की पहचान करने की आवश्यकता है।

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