महाराष्ट्र में महंगा होगा ऑटो-टैक्सी का किराया
मुंबई में काली-पीली टैक्सी समेत महाराष्ट्र में चलने वाले ऑटो-टैक्सी का किराया का किराया महंगा होगा. साथ ही यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए काली-पीली टैक्सी की उम्र १५ साल रखने की सिफारिश की गई है. दरअसल काफी समय से लंबित खटुआ समिति की सिफारिश को महाराष्ट्र सरकार ने मान्य किया है. बताया गया है कि जल्द ही ऑटो-टैक्सी के किराये में एक से तीन रूपये की न्यूनतम बढ़ोत्तरी की जा सकती है. गौरतलब हो कि सेवानिवृत आईएएस अधिकारी बी.सी.खटुआ की अध्य्क्षता में वर्ष २०१२ में एक समिति का गठन किया था. उसके पहले गठित हकीम समिति की रिपोर्ट का अध्ययन कर रिपोर्ट देने का निर्देश सरकार ने दिया था. अक्टूबर २०१७ में ही खटुआ समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को दे दी थी. आख़िरकार २९ महीने बाद सरकार ने खटुआ समिति की कई सिफारिशें मान्य की है. बताया गया है कि किराया बढ़ोत्तरी १ जून २०२० से लागू की जा सकती है. वाहनों की देखभाल और मरम्मत के खर्च में वृद्धि को देखते हुए ऑटो-टैक्सी के किराये को लेकर समीक्षा कर हर साल १ जून से किराये में बढ़ोत्तरी करने का प्रस्ताव भी राज्य सरकार ने मंजूर किया है. किराया बढ़ोत्तरी का अधिकार राज्य परिवहन प्राधिकरण की है. बता दें कि इस समय ऑटो का न्यूनतम किराया १८ रुपया तथा टैक्सी का २२ रुपया है. महाराष्ट्र में काली-पीली टैक्सियों की संख्या करीब ७५ हजार है जबकि ऑटो की संख्या १० लाख से अधिक है.
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