जिम में बहाइए पसीना, बॉडी भी बनेगी और दिमाग भी चलेगा तेज
जो लोग जिम में पसीना बहाकर शरीर को मजबूत बनाते हैं,उनका दिमाग भी अच्छी तरह से काम करता है। करीब पांच लाख लोगों पर किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि शारीरिक रूप से मजबूत लोगों ने ब्रेन फंक्शन टेस्ट में अच्छा नतीजा दिया। हाल ही में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि हैंडग्रिप से मस्क्युलर स्ट्रेंथ मापी जाती है। यह एक इंडीकेटर है, जो बताता है कि हमारा दिमाग कितना स्वस्थ है। ऑस्ट्रेलिया के वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी में एनआईसीएम हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट के अध्ययन के को-ऑर्थर जोसेफ फर्थ ने कहा कि हमारा अध्ययन साबित करता है कि जो लोग मजबूत होते हैं, वे उनका दिमाग भी बेहतर होता है। ब्रिटेन के करीब चार लाख 75 हजार 397 प्रतिभागियों के आंकड़ों का उपयोग करते हुए यह अध्ययन किया गया। इसमें पाया गया कि मजबूत शरीर वाले लोगों ने ब्रेन फंक्शन टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन किया। इस दौरान उनसे रिएक्शन स्पीड, लॉजिकल प्रॉबलम सॉल्विंग, और याददाश्त कैसी है, यह पता करने के लिए कई अलग-अलग परीक्षण किए गए थे। ब्रिटेन के मैनचेस्टर विश्वविद्यालय में मानद शोधार्थी फर्थ ने कहा कि निष्कर्षों से यह भी पता चला है कि शिंजोफ्रेनिया जैसे मनोवैज्ञानिक विकारों वाले एक हजार से अधिक लोगों में विजुअल मैमोरी और रिएक्शन टाइम, दोनों का हैंडग्रिप के साथ मजबूत संबंध था। उन्होंने कहा कि हम देख सकते हैं कि मांसपेशियों की ताकत और मस्तिष्क के स्वास्थ्य के बीच एक स्पष्ट संबंध है।
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