चने की दाल खाने से नहीं होगी खून की कमी
आजकल लोग चने की दाल को खाना बहुत ही कम पसंद करते हैं, लेकिन सबसे फायदेमंद दाल यही है। चने की दाल शरीर में आयरन की कमी को पूरा करती है और हीमॉग्लोबिन का स्तर बढ़ाती है। इसकी जानकारी आयुर्वेदाचार्य डॉ. जीसी भट्ट ने दी। उन्होंने कहा कि चने की दाल पेट के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। इसमें फैट कम और फाइबर ज्यादा होता है, जिससे बीमारियां दूर रहती हैं। इसमें मौजूद फॉस्फॉरस और आयरन नई रक्त कोशिकाओं को बनाने में सहायक होते हैं और हीमॉग्लोबिन के स्तर को भी बढ़ाते हैं, जिससे एनीमिया होने की संभावना कम हो जाती है। चने की दाल खाने से पीलिया में भी काफी फायदा होता है। पीलिया की बीमारी में चने की 100 ग्राम दाल में दो गिलास पानी डालकर चने को भिगो लें और दाल से पानी को अलग कर लें। फिर उस दाल में 100 ग्राम गुड़ मिलाकर 4-5 दिन तक रोगी को देते रहें। चने की दाल खाने से कई बीमारियों में फायदा मिलता है। फाइबर से भरपूर होने के चलते चने की दाल का सेवन वजन कम करने में मदद करता है। फाइबर की वजह से पेट हमेशा भरा-भरा सा रहता है और भूख कम लगती है। चने की दाल खाने से कलेस्ट्रॉल कम होता है, जो पाचन तंत्र को ठीक तरह से काम करने में मदद करता है। इसके अलावा चने की दाल खाने से कब्ज की समस्या में भी आराम मिलता है।
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चने की दाल खाने से नहीं होगी खून की कमी