आगामी विश्वकप के लिए टीम इंडिया नंबर चार के लिए बल्लेबाज तलाश रही है। ऑस्ट्रेलिया के साथ घरेलू सीरीज में कोई भी खिलाड़ी इस नंबर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है, ऐसे में माना जा रहा है कि अब आईपीएल में प्रदर्शन के आधार पर ही कोई अंतिम फैसला होगा। वैसे तो इस स्थान के लिए टीम में कई दावेदार हैं पर इस स्थान पर इन खिलाड़ियों में से ही किसी को शामिल किया जाएगा।
अंबाती रायुडू : कप्तान विराट कोहली वैसे तो अंबाती रायुडू को नंबर चार का बल्लेबाज मानते हैं। कोहली ने कहा भी था कि रायुडू के पास चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने का हुनर है। वह अपने खेल को उसी तरह रखते हैं पर रायुडू का हाल में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। रायुडू को स्ट्राइक रोटेशन में दिक्कत हो रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की एकदिवसीय सीरीज के पहले तीन मैचों में रायुडू ने 13, 18 और 2 रन बनाये। उन्होंने कुल 59 गेंदों का सामना किया और इनमें से 40 गेंदों पर कोई रन नहीं बना।
विजय शंकर : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई एकदिवसीय सीरीज के हर मैच में शंकर को मौका मिला। वह छोर बदल सकते हैं। अच्छे शॉट्स भी खेल सकते हैं। उनकी फील्डिंग भी अच्छी और मौका मिलने पर सटीक गेंदबाजी भी हाथ आजमा सकते हैं। नागपुर में उन्होंने ऐसा कर भी दिखाया था। टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज में भी उन्होंने बढ़िया बल्लेबाजी की थी। पर एक चीज है जिस पर विजय को काम करना होगा। वह है पावर हिटिंग।
ऋषभ पंत : इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने इंग्लैंड में शतक बनाने के बाद अपना दावा मजबूत किया है। लगातार बड़े शॉट्स खेलना बाएं हाथ के इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाजी की ताकत है। मोहाली में उन्होंने 24 गेंदों पर 36 रन बनाकर अपनी आक्रामकता की झलक दिखाई। उनके प्रदर्शन में हालांकि निरंतरता का अभाव है। बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की अनुबंध सूची में उन्हें ए कैटिगरी में रखा है। यानी ए-प्लस से बस एक पायदान नीचे। यह दिखाता है कि कोहली और टीम प्रबंधन को उनमें भरोसा है, पर क्या वह विश्व कप जा पाएंगे, इस सवाल का जवाब मिलना अभी बाकी है।
महेंद्र सिंह धोनी : टीम प्रबंधन के मिजाज को देखते हुए लग रहा है कि वह पूर्व कप्तान धोनी को नंबर पांच पर बल्लेबाजी करवाना चाहता है। धोनी अब पहले की तरह बड़े हिटर नहीं रहे इसलिए उनका बहुत नीचे आकर ताबड़तोड़ पारी खेलना संभव नहीं। उनका गेम अब पारी बनाने और अपने इर्द-गिर्द युवा बल्लेबाजों को आक्रामक अंदाज में खेलने का मौका देना है हालांकि संजय मांजरेकर जैसे पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि धोनी नंबर चार के लिए उपयुक्त बल्लेबाज हैं।
केएल राहुल : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में दो टी20 मुकाबलों में उन्होंने 50 और 47 रन बनाए। एक एकदिवसीय मुकाबले में उन्हें नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला, पर यहां कोहली का बल्लेबाजी करना तय है। राहुल नंबर चार पर दावेदारी ठोक सकते हैं। इसके साथ ही वह बैक-अप ओपनर का किरदार भी निभा सकते हैं। पर क्या टीम प्रबंधन उन्हें इस लिहाज से देख रहा है, यह काफी जरूरी सवाल है। इंग्लैंड में खेली गई टेस्ट सीरीज में राहुल का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था।
दिनेश कार्तिक : डीके यानी दिनेश कार्तिक को भी टीम प्रबंधन इस नंबर पर देख सकता है। कार्तिक के पास अच्छे शॉट्स हैं, वह फुर्तीले क्रिकेटर हैं और बडे़ शॉट्स भी खेल सकते हैं। टीम प्रबंधन ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में तो मौका दिया लेकिन एकदिवसीय सीरीज में नहीं हालांकि चयनकर्ताओं ने कहा कि वह कार्तिक को देख चुके हैं। ऐसे में उनके अवसर कम ही हैं।
गांगुली की पसंद हैं पुजारा
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि टीम इंडिया को नंबर चार पर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को आजमाने की सलाह दी है। गांगुली का मानना है कि भारतीय क्रिकेट टीम के नंबर 4 की खोज पुजारा ही पूरी कर सकते हैं हालांकि गांगुली ने यह भी कहा कि पुजारा की फील्डिंग थोड़ी ढीली है पर उनकी बल्लेबाजी उतनी ही अच्छी होने के कारण इस कमी को पूरा करती है। गांगुली ने कहा, 'मैं ऐसा कुछ कहने जा रहा हूं जो सुनने में अजीब लगे और लोग मेरी इस सलाह पर हंसें भी। लेकिन मैं सोच समझकर कह रहा हूं कि एकदिवसीय टीम में नंबर 4 स्थान के लिए पुजारा ही बेहतरीन हैं।' गांगुली ने पुजारा की तुलना राहुल द्रविड़ से करते हुए कहा कि टेस्ट में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने वाला यह बल्लेबाज एकदिवसीय में नंबर चार पर टीम इंडिया के लिए वही कारनामा कर सकता है, जो द्रविड़ ने करके दिखाया। गांगुली ने कहा कि जब आपको टिककर खेलने वाले बल्लेबाज की आवश्यकता हो तो पुजारा इसके लिए सबसे अच्छी पसंद हैं। इसके साथ ही कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत है और बाकि लोगों की सलाह इससे अलग हो सकती है।
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विश्वकप में नंबर चार के लिए इनमें होगा मुकाबला