कोरोना से पैनिक होने की जरूरत नहीं, खुद को बचाने की जरूरत: सीएम केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ दिन पहले हमने फैसला लिया था कि समाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, खेल, सेमीनार, कांफ्रेंसेज आदि के आयोजनों में 50 लोगों से अधिक की भीड़ की अनुमति नहीं होगी। अब इसे 50 से घटा कर 20 कर करने का फैसला लिया गया है। अब किसी आयोजन में 20 से अधिक लोगों की भीड़ की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सभी लोगों से अपील है कि घबराने की जरूरत नहीं है। ऐहतियात बरतने की जरूरत है। अपने आप को बचाने की जरूरत है। जितना हम अपने आप को बचाएंगे, उतना ही इससे बच पाएंगे। कल सफदरजंग अस्पताल से एक मरीज ने कूद कर आत्महत्या कर ली थी। लोगों को समझने की जरूरत है कि कोरोना वायरस की बीमारी जिनको हो जाती है, उन सभी की जान नहीं चली जाती है। इसमें अधिकतर लोगों की जान बच जाती है। कुछ एक लोगों के लिए ही यह बीमारी घातक होती है। इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। अपने आप को बचाने की जरूरत है। अगर आप इससे ग्रसित हैं, तो यह किसी और को न हो, इसके लिए ऐहतियात बरतने की जरूरत है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के वायरस कई तरह से फैलते हैं। पहला, जब पीड़ित व्यक्ति छींकता है या खांसता है, तो हो सकता है कि इसके कीटाणु आपके मुंह पर आ जाएं। यह वायरस आंख, नाक और मुंह के जरिए ही फैलता है। इसलिए लोगों को एक मीटर की दूरी बनाने के लिए कहा जा रहा है। बीमार व्यक्ति अपना हाथ मुंह पर रखा है और आप से हाथ मिला लिया, तो वायरस आपके हाथ में अ जाते हैं। अब आप अपना हाथ मुंह पर लाते हैं तो वायरस आपके शरीर में आ जाएंगे। अगर हमने थूका या खांसा और इसके वायरस सतह पर गिर गए, तो उस सतह पर आप हाथ रखते हैं और बिना धोए हाथ को मुंह, आंख या नाक पर रखते हैं, तो इससे भी यह फैल सकता है। सख्त सतह पर इसका वायरस 48 घंटे तक जिंदा रहता है और साफ्ट स्थान पर 6 से 7 दिन तक जिंदा रहता है। कोराना वायरस किसी को हो गया, तो उसे 14 दिनों तक पता नहीं चलता हैं। इस दौरान आप समान्य जिंदगी जीते हैं और कितने लोगों के संपर्क में आकर उसे भी बीमार कर देते हैं, यह आप को पता नहीं चलता है। केजरीवाल ने कहा कि बस, मेट्रो के फेरे कम करते हैं, तो उसमें भीड़ बढ़ सकती है। इसलिए हम फेरेे कम नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम चाहते हैं कि लोग ही यात्रा करना काम कर दें। दिहाड़ी मजदूरी करने वालों को लेकर दिल्ली सरकार भी चिंतित हैं। यह लोग रोज कमा कर खाते हैं। हम आंकलन कर रहे हैं कि इनके लिए क्या करना चाहिए। लोगों का कहना है कि गर्मी आने पर वायरस का असर कम हो जाए। कुछ दिन और इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद कुछ राहत देने की जरूरत होगी तो अवश्य कदम उठाएंगे। दैनिक उपयोग की वस्तुए बेचने वाली दुकानों पर लोगों भीड़ लगने और राशन जमा करने पर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील कि इस तरह से घबराएं नहीं, इससे कोई फायदा नहीं है। अभी तक पूरे देश ने मिल कर काफी अच्छा काम किया है और हम इसे नियंत्रित कर पाए हैं। इसी तरह से हम चैकन्ने रहेंगे, तो इससे निपट सकेंगे।
- सभी गैर आवश्यक सेवाएं बंद
सीएम केजरीवाल ने कहा कि जो भी आवश्यक सेवाए हैं उनकों अनुमति दी जाएगी और गैर सार्वजनिक सेवाओं को शुक्रवार से बंदकी गई है। दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों को वेल्टीलेटर, मशीनों को सक्रीय स्थिति में रखने के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं। हम सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों की मैपिंग करा रहे हैं कि कहां क्या-क्या सुविधाएं हैं, जिसे जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकें।
रीजनल नार्थ
कोरोना से पैनिक होने की जरूरत नहीं, खुद को बचाने की जरूरत: सीएम केजरीवाल