मस्जिदों में नमाज के लिए पचास कम लोगों को प्रवेश
गुडगांव में जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में भीड़ न जुटने की अपील का असर देखने को मिला है। दरअसल, यहां की जामा मस्जिद में भीड़ नहीं लगने दी गई और उन्हें गेट से वापस कर दिया गया। नमाज के दौरान पचास से कम लोगों को ही प्रवेश करने दिया गया और उन्हें भी फासले से बैठाया गया। दरअसल, मस्जिदों के मौलानाओं ने लोगों से अपील की थी वे घर पर रहकर ही इबादत करें और मस्जिद में इकट्ठा नहीं हों। वहीं जुमे की नमाज के लिए शुक्रवार को दोपहर में मस्जिदों में भीड़ जुटनी शुरू हो गई। ग्रामीण एरिया की मस्जिदों में जुमे की नमाज हुई, लेकिन शहरी क्षेत्र में लोग सकर्त दिखे। जो लोग मस्जिद पहुंच रहे थें, वे मुंह पर मास्क पहनकर या फिर मुंह को रुमाल से कवर किए हुए थे। वहीं मौलानाओं ने कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए घर रहकर इबादत करने को कहा गया। जामा मस्जिद के इमाम हाफिज जान मोहम्मद ने कहा कि जो निर्देश सरकार व प्रशासन की ओर से आ रहे हैं उनका पालन किया जा रहा है। मौलाना जाहिद अमीन ने कहा कि ग्रामीण एरिया में अभी जागरूकता कम है, जुमे की नमाज पढ़ी गई और लोगों से अपील की गई कि वह सावधानी बरतें।
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