कोरोना वायरस को रोकने के लिए सरकारों की ओर से लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है। इसके साथ ही कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाह या गलत डेटा शेयर करने पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार ने चेतावनी दी है कि यदि कोई ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से जुड़ी गलत पोस्ट डालने को लेकर एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में कहा गया कि कोरोना से जुड़ी गलत खबर सोशल मीडिया पर न डाले, जो ऐसी अफवाह और गलत डेटा सोशल मीडिया में डालेगा, उन पर आईटी एक्ट के सेक्शन 79 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत देश के 10 से अधिक राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति है, लेकिन सोमवार सुबह जो स्थिति दिखी उसमें कई जगह लोग सड़कों पर दिखाई दिए। इसके बाद केंद्र सराकर ने राज्य सरकारों को खत लिखकर लॉकडाउन का पालन कराने की अपील की है। लॉकडाउन का पालन न करने वालों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी जताई थी। उन्होंने अपील की कि लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वे नियमों का सख्ती से पालन करवाएं।
रीजनल नार्थ
कोरोना पर सरकार की चेतावनी सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया तो होगी कार्रवाई