कोरोना को लेकर राजधानी लखनऊ सहित 16 जिलों में लॉकडाउन का असर देखने को मिला, हालांकि लोग जरूरत का सामान खरीदने घरों से निकले। जनता कर्फ्यू के दौरान जिन सड़कों पर पूरा सन्नाटा पसरा था, सोमवार को उन सड़कों पर लोगों की कुछ आवाजाही रही और वाहन भी दिखाई दिए। राज्य में राशन, दूध, सब्जी एवं फलों की दुकानें खुली रहीं। इसके साथ ही पेट्रोल पंप, बैंक और एटीएम भी खुले। सड़कों पर सन्नाटा रहा हालांकि कुछ लोग बाहर जरूर निकले। सब्जियों के ठेलों पर भीड़ नजर आई और लोग शांतिपूर्वक खरीदारी करते दिखे। लखनऊ सहित जिन जिलों में लॉकडाउन हुआ है, वहां हर तरफ पुलिस चाक-चौबंद नजर आई। अनावश्यक रूप से किसी को जाने नहीं दिया जा रहा। केवल जरूरी काम मसलन दवाएं, राशन, दूध, फल, सब्जियां लेने निकले लोगों को ही जाने की इजाजत दी गई। जगह-जगह अवरोधक लगाए गए हैं। लोग आमतौर पर अपने घरों में ही हैं।
डाक, बैंक, स्वास्थ्य सहित जिन क्षेत्रों को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है, उनसे जुड़े कर्मचारियों को पहचान पत्र दिखाने के बाद जाने की इजाजत दी गई। इसमें 16 जिले जहां कोरोना वायरस से कोई भी व्यक्ति प्रभावित है, या उसे पृथक किया गया है, उन जनपदों में 23 से 25 मार्च तक पूरी तरह लॉकडाउन लागू किया गया है। इन जिलों में आगरा, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर, पीलीभीत और सहारनपुर शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन जिलों के सभी नागरिकों से अपील की कि वे कहीं बाहर न निकलें। अनावश्यक भीड़ न लगाएं और सार्वजनिक स्थानों पर न जाए, क्योंकि वे उस दौर में खड़े हैं, जहां थोड़ी सी भी लापरवाही नुकसानदेह हो सकती है। इन जिलों में पूरी तरह पुलिस और प्रशासन की गश्त होगी।
रीजनल नार्थ
यूपी के 16 जिलों में लॉकडाउन का असर, जरुरी सामान खरीदने घरों से निकल रहे लोग