यूपी के नॉएडा और दिल्ली दोनों ही राज्यों में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है। यह लॉकडाउन रविवार रात दस बजे से ही शुरू हो गया था और सोमवार सुबह तक बार्डर को सील करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई। सोमवार सुबह 6 बजे से इसका पालन भी शुरू कर दिया गया, बावजूद इसके कंपनियों, आईटी, आईटीईएस, फैक्ट्री, बैंक, निगम समेत अन्य कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है। इनमें काम करने वाले लोग दिल्ली समेत अन्य जिलों से आए, लेकिन बार्डर पर फंस कर परेशान हुए। इस कारण बॉर्डर पर जाम लग गया। अधिकांश पुलिस ने वापस लौटा दिया तो लेकिन बीमारी, अन्य आवश्यक सर्विस इंडस्ट्री के लोगों को उनके आई कार्ड चेक करने के बाद जाने दिया गया। कमोबेश यह स्थिति यूपी समेत पूरे एनसीआर की रही। केंद्र व राज्य सरकार की ओर से शासनादेश तो जारी किया, लेकिन इसकी स्थानीय स्तर पर सूचना देर रात डाली गई। इस कारण नोएडा में तमाम औद्योगिक इकाइयां, कंपनियां, आईटी, आईटीईएस, बैंक, निगम कार्यालय खुले। पीक आवर में बार्डर, हरिदर्शन, झुंडपुरा, डीएनडी सेक्टर-62, सेक्टर-8 के अलावां सभी छोटे बड़े प्रवेश द्वार पर लोग नोएडा में प्रवेश करने का प्रयास किया। इस कारण यहां जाम की स्थिति बन गई है। यहां खड़े पुलिस कर्मी लोगों को समझा रहे हैं। इसका असर भी होता नहीं दिख रहा।
रीजनल नार्थ
यूपी लॉक डाउन के बाद भी नोएडा में कई कंपनियां, फैक्ट्री खुले