पुरानी कहावत है शरीर स्वस्थ्य तो दिमाग भी दुरुस्त। शरीर और दिमाग को दुरुस्त करने के लिए जरूरी है, हेल्दी डाइट ली जाए। हम अपनी डाइट में बेशक लापरवाही बरत सकते हैं, लेकिन जब बात बच्चों की आती है, तो इसमें लापरवाही करना ठीक नहीं है। बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए सही पोषण जरूरी है, जो उन्हें मिलता है, हेल्दी डाइट से। पर क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें जिन्हें आप हेल्दी समझकर बच्चों को खिला रहे हैं, वे उनके लिए नुकसानदेह भी हो सकती हैं। अगर, वक्त रहते इन खाद्य पदार्थों को बच्चों की डाइट से नहीं हटाया गया तो उनका पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है। आजकल 1 से 2 साल के बच्चों को ही लोग बिस्कुट, नमकीन, दूध में भिगोकर कई तरह के फल देने लगते हैं। इन चीजों के साथ बच्चे के शरीर में नमक भी जाता है, जो उनकी सेहत के लिए नुकसानदेह है।
अगर, बच्चा मां का दूध पीता है तो उसमें मौजूद सोडियम शरीर में नमक की कमी नहीं होने देता। ऐसे में बच्चे को ज्यादा नमकीन का सेवन नहीं करने देना चाहिए। सर्दी, खांसी में अक्सर बच्चों को शहद दिया जाता है। शहद का सेवन एक निश्चित मात्रा में किया जाए तो यह बच्चे की सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन बच्चे को कराने से बोटुलिस्म नामक बीमारी हो सकती है। दरअसल, शहद की तासीर थोड़ी सी गर्म होती है। बात अगर, बोटुलिस्म की जाए तो यह एक प्रकार का बैक्टीरिया है, जो बच्चों की आंत में होता है। इसके कारण बच्चों के पेट में अक्सर हल्का-हल्का दर्द रहता है।
अगर, आपका बच्चा अक्सर रोता है, पेट के इर्द-गिर्द हाथ फेरता है, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं। कम हो या ज्यादा चीन खाना बच्चों और बड़ों दोनों के लिए ही बेहद अस्वास्थयकर है। अगर, बच्चा एक साल से कम का है, तो उसे ज्यादा चीनी वाली चीजे न खिलाए। जो महिलाएं बच्चों को अपना दूध किसी कारणवश नहीं पिलाती, वे अक्सर दूध के साथ चीनी मिलाकर बच्चों को पिलाती है। रिफाइंड शुगर बच्चे के मानसिक विकास पर असर डाल सकती है। साथ ही बच्चे को मोटापे, कैविटी जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। अगर, आपको बच्चों को दूध के साथ कुछ मीठा ही देना है तो आप गुड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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खतरनाक हो सकती हैं बच्चों को खिलाई जाने वाली कई चीजें, स्वस्थ विकास के लिए सही पोषण जरूरी