दुनिया भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आने के बीच पंजाब में विदेश से लौटने वाले 90 हजार भारतीय लोगों की जांच करने की तैयारी की जा रही है। कैप्टन सरकार ने केंद्र को लिखे एक पत्र में इन लोगों के बारे में जानकारी देते हुए 150 करोड़ रुपए के विशेष फंड की मांग की है।
माना जा रहा है कि विदेश से लौटे इन सभी लोगों में से कई कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है कि पंजाब में कोरोना से संक्रमित लोगों के आंकड़े में बड़ा इजाफा हो सकता है। पंजाब सरकार ने फिलहाल राज्य के सभी 22 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है, लेकिन सरकार के लिए वे 90 हजार लोग चिंता का विषय बन गए हैं, जो कि दुनिया के विभिन्न देशों से पंजाब वापस लौटे हैं। पंजाब सरकार के मंत्री बलबीर सिंह संधू ने इस बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।
मंत्री ने अपने पत्र में कहा है कि भारत में पंजाब के सबसे अधिक लोग विदेश में रहते हैं। इनमें से करीब 90 हजार लोग बीते एक महीनों में पंजाब के अलग-अलग इलाकों में वापस लौटे हैं। इनमें से कई के कोरोना से संक्रमित होने का शक है और अगर ऐसा होता है तो पंजाब में संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ सकते हैं। केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन को लिखे पत्र में संधू ने केंद्र सरकार से तत्काल 150 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की है, जिससे कि पंजाब में स्वच्छता, जागरुकता और चिकित्सकीय इंतजाम सुनिश्चित किया जा सके।
इसके अलावा, सरकार ने भी अपने स्तर पर अनेक प्रबंध किए हैं। पंजाब में फिलहाल सभी जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। लोगों से घर में रहने की अपील की जा रही है। पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य बना है, जिसने सबसे पहले अपने राज्य में लॉकडाउन का फैसला किया था। इसके अलावा कैप्टन सरकार ने ऐहतियात के तौर पर सबसे पहले प्रदेश में कर्फ्यू लगाने के आदेश भी दिए थे।
रीजनल नार्थ
विदेश से लौटे 90 हजार लोगों को लेकर चिंता में पड़ा पंजाब, मांगी केंद्र सरकार से सहायता