देश भर में कोरोना वायरस के कारण लगाए लॉकडाउन के बाद से कई लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। ऐसे में सभी लोग जल्द से जल्द किसी भी तरह अपने घर पहुंचना चाह रहे हैं। तमाम समाज सेवी संस्थाएं, प्रशासन और सरकार सभी लोग मिलकर ऐसे असहाय लोगों की मदद करने में लगा हुआ है। इसी बीच एक दूसरे की सहायता का एक ऐसा वाकया सामने आया है जिसने संपन्न वर्ग के लोगों के बीच गरीबों की मदद करने की एक मिसाल पेश की है। दरअसल शुक्रवार रात नोएडा में रहने वाले मजदूरों के बीच एक अफवाह फैली कि सिटी सेंटर से कुछ बसें बरेली जा रही हैं। खबर सुनकर भारी संख्या में कई लोग सिटी सेंटर पहुंच गए। इनमें उत्तर प्रदेश के भंगेल की रहने वाली एक गर्भवती महिला भी अपने परिवार के साथ बस लेने के लिए वहां पहुंच गई। भीड़ में गर्भवती महिला के अलावा एक अन्य युवती भी थी, जो बिल्कुल अकेली थी और भंगेल जाना चाहती थी। वहां पहुंचने पर पता चला कि बस मिलने की खबर महज एक अफवाह थी। असल में सिटी सेंटर से बरेली के लिए कोई भी बस नहीं जा रही थी। रात हो जाने के कारण वहां पहुंचे सभी लोग फंस गए थे। वे वापस अपने आवास भी नहीं जा पा रहे थे। इसी बीच भाजपा नेता राजकुमार अपनी टीम सहित वहां पहुंचे। उन्होंने गर्भवती महिला और अकेली युवती को देखकर तुरंत विधायक पंकज सिंह के कार्यालय को जानकारी दी। इसके बाद विधायक कार्यालय से पुलिस को फोन किया गया। पुलिस ने तुरंत ही गर्भवती महिला व उसके परिवार के साथ ही युवती को वापस भंगेल पहुंचाया।
रीजनल नार्थ
बस के इंतजार में गर्भवती महिला को पुलिस ने घर भेजने के किए इंतजाम