कोरोना को लेकर एक राहत भरी खबर है। दिल्ली के 6000 से भी ज्यादा लोगों ने क्वारंटीन की अवधि पूरी कर ली है। ये लोग बीते 14 दिन से अपने घरों में कैद थे। इन लोगों ने सरकार के सभी दिशा-निर्देशों को स्वीकारते हुए कोरोना को खुद और अपने पूरे परिवार से दूर कर दिया। हालांकि इन्हें फिलहाल अपने घरों में ही रहने के लिए कहा गया है। होम आइसोलेशन के दौरान इन्हें ने बुखार हुआ और न ही कोई परेशानी। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली के पहले छह कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए 1639 लोगों ने होम क्वारंटीन की अवधि पूरी कर ली है। वहीं, 4513 लोग हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे थे। इन्हें भी घरों में ही रहने के लिए कहा गया था। फिलहाल ये सभी स्वस्थ हैं। गौर करने वाली बात है कि इनमें से किसी के भी घर के बाहर प्रशासन को क्वारंटीन का बोर्ड लगाने की जरूरत नहीं पड़ी। ये लोग खुद ही अपने घरों में रहे।
- पूरा घर रहा पृथक, पति को था कोरोना
गुड़गांव की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले दिल्ली के केस नंबर 3 को सफदरजंग अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। वह अब पूरी तरह से स्वस्थ है। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद इनके पूरे परिवार को पृथक कर दिया गया था। इनकी पत्नी बताती हैं कि उन्होंने डॉक्टरों की एक-एक सलाह पर पूरी तरह से अमल किया। शुरुआत में सभी घबराए हुए थे लेकिन डॉक्टरों से मिलने के बाद हिम्मत मिली। उन्होंने बताया कि पति के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती होने के बाद वे लोग दिन में दो बार वीडियो चैट करते थे। इस बीच उन्होंने इंटरनेट पर कोरोना से जुड़ी तमाम रिसर्च व आर्टिकल भी पढ़े। जनकपुरी निवासी केस नंबर दो के भाई ने बताया कि कोरोना संक्रमण होने के बाद जब उन्हें पता चला कि भाई को अस्पताल में आइसोलेशन पर रखा है तो वे काफी घबराए हुए थे। उन्हें लगा पता नहीं क्या बीमारी लेकर आ गया? इसके बाद मेडिकल टीम को घर पर देखकर घबराहट होने लगी। उस रात घर में कोई नहीं सो पाया था। पड़ोसी भी अलग ही नजरों से हमें देख रहे थे। हालांकि इसके बाद धीरे धीरे हमने कोरोना वायरस पर पूरा अध्ययन करते हुए सलाह को मानना शुरू किया। फिलहाल मैं, मेरा भाई और परिवार अब सुरक्षित है। हम अब भी घरों में ही हैं। जब तक लॉकडाउन रहेगा, हम घर से बाहर नहीं निकलेंगे।
रीजनल नार्थ
कोरोना: दिल्ली के 6000 से ज्यादा लोगों ने पूरा किया क्वारंटीन