दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित पांच लोगों की मौत हो गई। केएमपीए पर देर रात भीड़ में खड़े लोग अनियंत्रित कैंटर के चपेट में आ गए। इस दर्दनाक हादसे में 5 लोगों की मौत के अलावा 6 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। सभी घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। वहीं पुलिस ने कैंटर को कब्जे में लेकर ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी लोग लॉकडाउन के बाद पैदल ही अपने घर की तरफ जा रहे थे। कोरोना वायरस के खौफ से गुरुग्राम से काफी संख्या में यूपी, बिहार और राजस्थान के लोग पलायन कर रहे हैं। ज्यादातर लोग अपना सामान बांधकर शाम को चलते हैं और रात भर चलते रहते हैं। इसी तरह 15-20 पुरुष, महिलाओं और बच्चों का समूह गुरुग्राम-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग व केएमपीए के नजदीक पचगांवा चौक के पास था, जहां एक ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। वहीं बादशाहपुर थाना क्षेत्र के सकतपुर गांव में अमरोहा जिला के रुखालू निवासी तीन युवकों की बिजली के टावर का गड्ढा खोदते हुए मौत हो गई। परिजन लॉक डाउन में गायब होने की आशंका से परेशान थे। रुखालू गांव निवासी किसान हरनंद सिंह का पुत्र पुनीत कुमार, रामकुंवर का पुत्र धर्म सिंह तथा राम सिंह का पुत्र गजेंद्र गुरुग्राम में टावर निर्माण के कार्य में मजदूरी करते थे। 24 मार्च को वह अपने घर से गुरुग्राम आए थे। 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन होने के चलते परिजनों का उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि तीनों युवकों टावर के गड्ढे में दबकर मौत हो गई है।
रीजनल नार्थ
(गुरुग्राम) सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई, एक ही परिवार के थे तीन सदस्य