जूस की अपेक्षा साबुत फल खाना आपकी सेहत के लिए ज्यादा बेहतर विकल्प है। जुखाम और बुख़ार के समय में अगर आप ताज़ा कटे फल का सेवन करते हैं, तो इससे आपको विटामिन और पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा मिलती है। यह खबर आपके फल खाने या जूस पीने से नहीं जुड़ी है, बल्कि इससे जुड़ी है कि क्या खाने के साथ फलों का जूस पीने से आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है या नहीं। कहते हैं कि ताज़े फलों के रस में कोई प्रिज़र्वेटिव नहीं होते हैं अगर आप इस घर पर निकालकर पी रहे हैं। लेकिन फलों के रस को किसी भी नमकीन डिश या खाद्य पदार्थ के साथ लेने से बचना चाहिए,वरना आपको इससे त्वचा से संबंधित कई बीमारियां लगने का खतरा हो सकता है। ऐसा हम नहीं, बल्कि आयुर्वेद कहता है। इसके साथ आपको मोटापे और ओबेसिटी की भी तकलीफ हो सकती है। चीनी और नमक आपस में मेल नहीं खाते हैं।
आयुर्वेद के हिसाब से अगर देखा जाए, तो कई खाद्य पदार्थों का कॉम्बिनेशन आपके शरीर के साधारण बैलेंस को खराब करता है। सिर्फ यह नहीं यह आपके शरीर के दोष (वात, पित, कफ़) को भी असामान्य कर देता है। इससे आपको गैस रहने और ब्लोटिंग की दिक्कतें रहने लगती हैं। खाना बनाते समय हमें दो चीजों का ध्यान रखना चाहिए,जिसमें पहला है संस्कार विरुध। कोई भी ऐसे दो खाद्य पदार्थ जिनकी प्रकृति अलग है जैसे की एक चीज ठंडी तासीर की और दूसरी गर्म तासीर की तो उन्हें साथ में नहीं पकाना चाहिए। दूसरा खाना खाते समय ‘सहयोग विरुध’, जिसमें आपको नमकीन खाने के साथ चीनी वाला फलों का रस नहीं पीना चाहिए। कहते हैं कि दूध और नमक (जैसे परांठे) को एक साथ खाने से स्किन की समस्याएं पैदा होती हैं। सिर्फ यही नहीं इससे आपके पाचन तंत्र पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा रात में सोने से पहले भी फलों के रस का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही अगर आप ताज़ा कटे फल का सेवन कर रहे हैं,तो इससे आपके शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ेगी, जिससे आपके शरीर में एनर्जी का लेवल कम होगा। आप दिन में अगर फलों का सेवन करते हैं, तो यह आपके शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स देंगे।
आरोग्य
खाने के बाद जूस पीना स्कीन को पहुंचाता हैं नुकसान