कोरोना वायरस के चपेट में आने से मरने वालों के शवों को जलाने का आदेश मुंबई महानगरपालिका ने वापस ले लिया है. पहले मनपा ने अपने आदेश में कहा था कि अगर किसी मरीज की मृत्यु कोरोना वायरस के कारण होती है तो चाहे वह किसी भी धर्म या समुदाय का हो, उसके शव को जलाया जाएगा. लेकिन राजनीतिक दबाव के बाद इस आदेश को मनपा प्रशासन ने वापस ले लिया है. अब इसकी समीक्षा किए जाने के बाद एक नया आदेश जारी हुआ. इसमें कहा गया कि अगर कोई शव को दफनाना चाहता है तो उसे पुलिस की मौजूदगी में सभी जरूरी सावधानियां बरतनी होंगी. अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उस शख्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. दरअसल पिछले आदेश में मुंबई महानगरपालिका ने यह भी कहा था कि अगर कोई शव को दफनाना चाहता है तो वह मुंबई के क्षेत्राधिकार से बाहर कर सकता है. जैसे ही मनपा ने पहला आदेश जारी किया तो राजनीतिक पार्टियों की ओर से इसे तुरंत वापस लिए जाने का दबाव बनाए जाने लगा. हालांकि नया आदेश जारी होने के बाद महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा कि मैंने मुंबई के मनपा आयुक्त प्रवीण परदेशी से सर्कुलर के बारे में बात की है. उन्होंने कहा कि पिछले सर्कुलर को रद्द कर दिया गया है. हालांकि पिछले आदेश पर मनपा ने तर्क दिया था कि जिन भी परंपराओं में शवों को छूना शामिल है, उससे बचना होगा.