कोविड-19 के प्रसार को रोकने हेतु, मध्य रेल, स्वास्थ्य देखभाल के प्रयासों को पूरा करने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है। इसमें कोविड-१९ की जरूरतों को पूरा करने के लिए मौजूदा रेलवे अस्पतालों को लैस करना, आकस्मिकताओं को पूरा करने के लिए अस्पताल के बेडों को अलग करना, यात्री कोचों को अलग-थलग डिब्बों के रूप में बदलना इत्यादि शामिल हैं। परेल और माटुंगा कारखाने ने भी इस प्रयास में गति दिखाई है।
परेल कारखाना:
• आज तक सिले गये मास्क - 450 नग।
• एनएबीएल मान्यता प्राप्त सीएमटी लैब में तैयार 140 लीटर हैंड सैनिटाइजर।
माटुंगा कारखाना:
• अस्पताल के कर्मचारियों के लिए 200 स्क्रब सूट (एप्रन) की व्यवस्था की गई है और रेलवे अस्पताल भायखला को सौंप दिये गये हैं।
• रेलवे अस्पताल की आवश्यकता को पूरा करने के लिए 10 स्ट्रेचर तैयार किए गए हैं।
• आज तक सिले गये मास्क- 2080 नग
• 235 लीटर हैंड सैनिटाइज परीक्षण मानकों के अनुसार तैयार।
माटुंगा कारखाने में आईसीएफ कोचों को आइसोलेशन वार्डों में बदलना शुरू हो गया है। रेलवे बोर्ड की गाइड लाइन के अनुसार कोच में संशोधन किया जा रहा है।
रीजनल वेस्ट
(मुंबई) कोविड-19 से लड़ने हेतु पूरी तरह तैयार हैं मध्य रेल कारखाने