दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक दिल्ली में कुल 97 केस सामने आए हैं। इसमें 5 लोग ठीक होकर घर चले गए। दो लोगों की मौत हो चुकी है और एक व्यक्ति सिंगापुर चला गया है। अब दिल्ली में 89 केस हैं। इनमें से एक मरीज वेंटिलेटर पर है, जिसकी हालत गंभीर है। दो लोग आॅक्सीजन पर हैं। अन्य 86 लोगों की हालत स्थित है। हमें उम्मीद हैं यह सभी लोग जल्द ठीक हो जांएगे। मै दुआ कर रहा हूं कि वेंटिलेटर पर जो हैं, वह भी जल्द ठीक हो जाएं। जब दिल्ली में दो-तीन दिन में केस बढ़ने लगे तो हम लोगों ने इन 97 केस का विश्लेषण किया है कि कहीं दिल्ली में कोरोना केस बढ़ने तो नहीं लगा है। विश्लेषण में पाया गया कि इन 97 केस में 24 केस मरकज के हैं। 41 केस विदेशी से आए यात्रियों के हैं, जो विदेशों में हमारे देश के लोग रह रहे थे। पिछले दो महीने में उन्हें भारत लाया गया। जबकि 22 केस ऐस हैं, जो विदेश से आए लोगों के संपर्क में आने से बढ़े हैं। यह सभी लोग उनके परिवार से हैं। अभी 10 केस की हम जांच कर रहे हैं कि वह किन कारणों से हुए हैं। फिलहाल दिल्ली में स्थानीय संक्रमण निंयत्रण में है। अभी भी सामुदायिक फैलाव नहीं हुआ है। हालांकि कोरोना के मामले बढ़े हैं।
- मरकज से निकले 1107 लोग क्वारंटाइन में भेजा
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बीच मरकज का जो पूरा सिलसिला हुआ है और जिन लोगों को निकाला है, हो सकता है कि उसमें बहुत सारे केस एक-दो दिन में पाॅजिटिव आएं। बताया जा रहा है कि 12 और 13 मार्च के आसपास किसी धार्मिक कार्यक्रम के लिए देश-विदेश से बहुत सारे लोग एकत्र हुए थे। उस धार्मिक कार्यक्रम के बाद कई लोग चले गए और काफी लोग रूक गए। अब जब पता चला है, तो उन्हें कल-परसों से वहां से निकाला जा रहा है। वहां पर जितने लोग निकाले गए हैं, उनमें से अभी कुछ लोगों की जांच रिपोर्ट आई है। जिसमें से 24 लोगों मे कोरोना पाॅजिटिव पाया गया है। अभी तक 1548 लोगों को मरकज से निकाला जा चुका है। उन 1548 लोगों में से 441 लोगों में कोरोना के लक्षण मिले थे। किसी को खांसी या किसी को बुखार था। उन सभी को अस्पतालों में पहुंचा दिया गया है। उन सभी की जांच हुई है। इसके अलावा 1107 लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं और सभी लोगों को क्वारंटाइन में भेज दिया है।
- कार्रवाई करने से सरकार नहीं
सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह एक ऐसी बीमारी है, जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है। बड़े-बड़े विकसित देश नहीं बचे हैं। अमेरिका में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन, इटली, चाइना में हजारों लोगों की मौत हो रही है। कितने देशों में हजारों लोगों की मौत हो रही है। ऐसी स्थिति में भी यदि इतने लोगों को एक जगह इकट्ठा कर के गैर जिम्मेदारा हरकत की गई। इस समय नवरात्र चल रहा है, लेकिन कहीं पर भी लोग एकत्र नहीं हो रहे हैं। अन्यथा इस समय मंदिरों में काफी लोग एकत्र होते थे। सारे गुरुद्वारे बंद कर दिए गए हैं। मस्जिदों को बंद कर दिया गया है। सभी लोग अपने-अपने घर के अंदर नमाज पढ़ रहे हैं। मक्का खाली हो गया है। वेटिकन सिटी खाली हो गया है। ऐसे में इतनी बढ़ी भीड़ एकत्र करना बिल्कुल गलत था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बताया जा रहा है कि यहां से कई सारे लोग निकल कर देश के अलग-अलग हिस्सों में चले गए। कितने लोगों को इससे नुकसान हो चुका होगा। यह सोच कर भी डर लग रहा है। भगवान न करे कि ऐसा हो।
- ऐसी हरकत मत कीजिए
सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं सभी धार्मिक नेताओं से हाथ जोड़ कर अपील करना चाहता हूं कि ऐसी हरकत मत कीजिए। सभी इंसान हैं और हर इंसान की जिंदगी प्यारी है। इस मामले में कल (30 मार्च) शाम को ही दिल्ली सरकार को एलजी साहब को पत्र लिखा था कि एफआईआर दर्ज की जाए। मुझे पूरी उम्मीद है कि एलजी साहब इस पर जल्द आदेश जारी कर देंगे। मैं सुन रहा था कि इस मामले में किसी अधिकारी को चिट्ठी लिखी गई थी, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी अधिकारी को चिट्ठी लिखी गई है और उसकी लापरवाही मिलती है, तो उसको बक्शा नहीं जाएगा। क्योंकि यह जो घटना हुई है, वह बहुत ही गलत है। इसमें जो लोग अंदर मौजूद थे, उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ हुआ है। वहां से निकल कर कितने लोग देश भर में गए। कल मैंने सुना कि यहां से निकल कर कुछ लोग तेलंगाना गए और वहां 6 लोगों की मौत हो गई। जिन्होंने कार्यक्रम में सीधे भाग लिया, उनकी जिंदगी खतरे में पड़ गई है और जो लोग इनके संपर्क में आए हैं, उनकी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। ऐसी हरकत बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे में सरकार को सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी और सरकार कार्रवाई करने में बिल्कुल भी हिचकिचाएगी नहीं।
रीजनल नार्थ
दिल्ली में 97 केस सामने आए, मरकज से निकले 1107 लोगो को क्वारंटाइन में भेजा: सीएम केजरीवाल