बिना एयरकंडिशन (एसी) के रहने से आपकी याददाश्त कमजोर हो सकती है। इतना ही नहीं आप अपने काम पर भी ठीक से फोकस नहीं कर पाते और आपकी सहनशीलता भी घटने लगती है। एक ताजा स्टडी के परिणाम को लेकर इससे जुड़े प्रमुख शोधकर्ता ने बताया, 'शरीर पर गर्मी के प्रभाव को लेकर अभी तक अधिकांश अध्ययन उन्हीं लोगों पर हुए हैं जो काफी संवेदनशील या फिर कमजोर थे। इन अध्ययनों के बाद यह अब तक लोगों के बीच यह धारणा बनी है कि सामान्य परिस्थितियों में रहने वाले लोगों को गर्मी से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता।' इस सामान्य अवधारणा को परखने के लिए हमने बोस्टन में उन लोगों पर अपना अध्ययन किया जो सामान्य रूप से प्राकृतिक वातावरण में रहते हैं। इस अध्ययन में 44 में छात्रों को शामिल किया गया। इनमें से अधिकांश 20 साल या फिर उससे कम के थे। इन 44 छात्रों में से कुछ ऐसे थे जो बिना एसी वाले कमरों में रहते थे और कुछ सेंट्रली एसी बिल्डिंग में रहते थे। परिणाम से साफ हो गया कि जो छात्र इतने दिन से बिना एसी के सो रहे थे उन्होंने एसी में रहने वाले छात्रों की तुलना में बहुत ही खराब प्रदर्शन किया। पूरे अध्ययन के डेटा को जोड़ने के बाद यह परिणाम निकलकर आया कि एसी में रहने वाले छात्र तेज थे बल्कि उनके द्वारा दिए गए सवालों के जवाब भी एकदम सटीक थे। शोधकर्ताओं ने उन डिवाइस का प्रयोग किया था जिनसे तापमान के साथ कमरे में कार्बन डाइ ऑक्साइड, नमी और ध्वनि का स्तर चेक किया जा सकता था। शोधकर्ताओं ने करीब 12 दिन तक इन छात्रों की आदतों और उनके प्रदर्शन का आकलन किया। फिर उसके बाद आखिरी दिन छात्रों के नींद से जागते ही उन पर दो प्रकार के परीक्षण किए गए।
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गर्मी का प्रभाव याददाश्त को करता है कमजोर - सामान्य परिस्थितियों में रहने वालों को फर्क पड़ता है गर्मी से