वित्तीय संकट का सामना कर रही निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज ने कहा है कि वह विमानों के पट्टेदारों से बात कर यह सुनिश्चित करेगी कि किराया नहीं चुकाने के कारण अब कोई और विमान धरातल पर खड़ा नहीं होगा। उसने कहा कि एक महीने में 40 और विमान उसके बेड़े में वापस आ जाएं। भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम के ऋण समाधान योजना को मंजूरी के एक दिन बाद कंपनी ने नागर विमानन मंत्रालय को बताया कि वह अगले सप्ताह के आरंभ में विस्तृत योजना तैयार कर पेश करेगी जिसके आधार पर उड़ानों का नया शिड्यूल तय किया जाएगा। मंत्रालय में इस संबंध में हुई बैठक में नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला, नागर विमानन महानिदेशक बी.एस. भूल्लर, जेट एयरवेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दूबे तथा एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश सिंह भी मौजूद थे। खरोला ने बताया कि इस समय जेट एयरवेज के 35 विमान परिचालन में हैं तथा कंपनी ने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि अब कोई और विमान वित्तीय कारणों से खड़ा नहीं होगा।