देश में कोरोना वायरस से निपटना सरकार और डॉक्टरों के लिए सबसे बड़ी चुनाैती है। वही जनता और मरीजों को सहयोग न मिलने से समस्या और बढ़ रही है। इन दिनों दिल्ली के एक अस्पताल में देखा गया, जहां तबलीगी जमात वाले कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज टेस्ट से बचने के लिए डॉक्टरों से ही झगड़ने लगे। दिल्ली स्थित लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के डायरेक्टर डॉ। किशोर सिंह का कहना है कि अभी हमारे पास 216 मरीज हैं, इनमें से 188 मरीज तबलीगी जमात से जुड़े हैं। उनमें से हमें अब तक 24 मरीजों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट मिली है, जिनमें से 23 लोग पॉजिटिव पाए हैं, जो काफी चिंताजनक है। अस्पताल में लाए गए तबलीगी जमात के कई सदस्य उनके टेस्ट और अस्पताल में भर्ती किए जाने का विरोध कर रहे हैं। उन्हें ऐसा लग रहा है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की कोई आवश्यकता नहीं है। ऐसा करके उन्होंने अस्पताल कर्मियों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल दिया है। इसे देखते हुए अब उन 3 ब्लॉकों के आसपास पुलिस को तैनात किया है, जहां तबलीगी जमात के इन लोगों को रखा गया है।
- कितने है मामले
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमित और संदिग्ध मरीज मिलाकर कुल 700 लोग दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। दिल्ली में बुधवार शाम तक कोरोना वायरस के 152 पॉजिटिव केस हैं। इसमें से 53 केस मरकज के हैं। दिल्ली में कल 32 लोगों का आंकड़ा बढ़ा है, जिसमें 29 लोग निजामुद्दीन में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए थे। दिल्ली में अभी 700 के करीब कोरोना पॉजिटिव और संदिग्ध मामले हैं। आज भी काफी लोगों की रिपोर्ट आएगी, जिसके बाद मामले और बढ़ने की आशंका है। इनमें मरकज के लोग ही ज्यादा हैं। ज्ञात हो कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज को बुधवार को खाली कराकर यहां से कुल 2361 लोगों को निकाला था।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को बताया था कि निजामुद्दीन के आलमी मरकज में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को खाली करा लिया गया। इस इमारत में कुल 2361 लोग बाहर निकाले गए जिनमें से 617 को अस्पतालों में और बाकी को अलग-अलग क्वारंटीन में भर्ती कराया गया है। सिसोदिया ने लॉकडाउन में सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि करीब 36 घंटे के इस अभियान में मेडिकल स्टाफ, प्रशासन, पुलिस और डीटीसी स्टाफ सबने मिलकर तथा अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया। इन सबको दिल से सलाम। गौरतलब है कि निजामुद्दीन की तबलीगी मरकज में तबलीगी समाज का कार्यक्रम था जिसमें बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे। बाद में यहां से लोग देश के विभिन्न राज्यों में गए जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
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निजामुद्दीन मरकज से अस्पताल लाए तबलीगी जमात वालों की आनाकानी के बाद पुलिस तैनात