वरिष्ठ रंगकर्मी और निर्देशक श्याम पंवार नहीं रहे। जाने का दिन भी विश्व रंगमंच दिवस के ठीक पहले वाला। मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद महात्मा गांधी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। पंवार का सिवांची गेट स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुत्र मनोज पंवार ने मुखाग्नि दी जहां अनेक गणमान्य कलाकार, साहित्यकार व समाज के लोग मौजूद थे। श्याम पंवार 68 वर्ष के थे। वे राजस्थान में हिंदी रंगमंच के अग्रिम पंक्ति के पायोनियर रंगकर्मी थे। उन्होंने अपने 50 वर्षीय रंगकर्मी जीवन में 150 से अधिक नाटकों में अभिनय व 35 नाटकों का निर्देशन किया था। 10 से अधिक हिंदी-राजस्थानी फिल्मों सहित धारावाहिकों में भी भूमिकाएं कीं। अभिनेता के जीवन पर निर्देशित व अभिनीत नाटक नट सम्राट में दादा साहब की जीवंत भूमिका के लिए उनकी देश भर में प्रशंसा की गई थी। उनकी अभिनय सेवा के लिए उन्हें राजस्थान संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया गया था। पंवार जलदाय विभाग में कार्यालय अधीक्षक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में राजस्थान कला साहित्य संस्थान के अध्यक्ष पद पर मानद सेवाएं दे रहे थे। पंवार के अभिन्न मित्र व सहधर्मी तथा राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष रमेश बोराणा ने श्याम पंवार के निधन को प्रदेश कला जगत की अपूरणीय क्षति बताया।