महाराष्ट्र के पुणे जिले की शिरूर तहसील में पृथकता की मुहर लगे तब्लीगी जमात के 11 सदस्य एक मस्जिद से कथित रूप से भाग गए हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार उनमें से किसी ने भी पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तब्लीगी जमात द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत नहीं की थी, जो कि देश में कोरोना वायरस के प्रसार का प्रमुख स्रोत बनकर उभरा है। पुलिस ने कहा कि वह 22 फरवरी से पुणे जिले में थे। पुणे (ग्रामीण) के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, वे मूलरूप से राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा के रहने वाले हैं। उन 11 में से किसी ने भी निजामुद्दीन में हुए कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन उन्हें एक अप्रैल को ऐहतियातन पृथक रहने के लिए मुहर लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि वे 22 फरवरी को पुणे आए थे। छह मार्च तक वे शहर के नाना पेठ इलाके में थे और उसके बाद शिरूर में एक मस्जिद में चले गए थे। अधिकारी ने कहा कि दिल्ली की घटना के बाद हमने उन 11 लोगों को मुहर लगाकर मस्जिद में पृथक रहने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि जिस दिन उन्हें मुहर लगाई गई उसी दिन वे सभी किसी तरह एक वाहन में बैठकर फरार हो गए। आज जब हमारे लोग जांच के लिए गए तो वे नहीं मिले। अधिकारी ने कहा कि उनके खिलाफ पृथकता नियम तोडऩे के लिए मामला दर्ज कर लिया गया है और तलाशी शुरू कर दी गई है।
14 राज्यों में जमात से जुड़े 800 लोग संक्रमित
तब्लीगी जमात के कारण देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। दो दिन में 14 राज्यों में 800 ऐसे पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जो तब्लीगी जमात से जुड़े है। वहीं, बीते 24 घंटे में 15 मौतें हुई हैं, जिनमें कई जमात से जुड़े हैं। मंत्रालय ने कहा कि एक गलती की वजह से संक्रमण इतनी तेजी से बढ़ा है। इस बीच, देश में मरीजों की संख्या बढ़कर 2,547 हो गई है, जबकि 68 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें से 21 तब्लीगी जमात से जुड़े हैं।
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(मुंबई)महाराष्ट्र में जमात के 11 सदस्य मस्जिद से भागे