दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान शनिवार को विशेषज्ञों के साथ मिलकर दिल्ली के माता-पिता और बच्चों के साथ कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाइव बातचीत की। सीएम केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के बारे में बच्चों के बहुत सारे सवाल हैं। माता-पिता को उन्हें कैसे संबोधित करना चाहिए इस बारे में वह एक्सपर्ट्स की राय जान सकते हैं। लॉकडाउन को हमें एक अवसर के रूप में लेना चाहिए, जिसका हम कई तरह से सदुपयोग कर सकते हैं। दिन-प्रतिदिन के जीवन में अपने बच्चों के साथ समय बिताना बहुत मुश्किल है, आप उन्हें पर्याप्त समय नहीं दे सकते। यह लॉकडाउन माता-पिता और बच्चों को एक-दूसरे के करीब ला सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हमें सोशल डिस्टेंसिंग का खुद भी पालन करना होगा और अपने बच्चों को भी इसके लिए समझाकर तैयार करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को अपने बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई के बारे में जरूर बताना चाहिए।
वहीं, मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऐसा पहली बार है जब देश में अधिकतर बच्चे और उनके माता-पिता घर पर एक साथ है। हमें इस अवसर का लाभ उठाते हुए उनसे बातें करनी चाहिए और उनके सवालों के जवाब देते हुए घर के अंदर ही मनोरंजन के तरीके तलाशने चाहिए। सिसोदिया ने टीवी पर कोरोना को लेकर आ रही खबरों के द्वारा बच्चों के मन में किसी तरह का डर न बैठ जाए इसके लिए सभी माता-पिता को उनसे अधिक से अधिक चर्चा करनी चाहिए और इससे डरने के बचाय संघर्ष करने के लिए तैयार करना चाहिए। सीएम केजरीवाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कृपया सभी लोग यह सुनिश्चित करें कि आपके पड़ोस में कोई भी भूखा न सोए। कृपया अपनी मेड की सैलरी भी न काटें। आपके यह कदम निश्चित रूप से बच्चों को संवेदनशील बनाएंगे और उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी से अवगत कराएंगे। केजरीवाल ने कहा कि आर्थिक रूप से सक्षम रूप से लोगों को आगे आकर अपने बच्चों को कम्यूनिटी सर्विस के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कारोबारी जगत के लोगों से अपने कर्मचारियों की सैलरी नहीं काटनी चाहिए और हो सके तो उन्हें कुछ रुपये एडवांस भी देने चाहिए।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस पर आगे के हालात, अभिभावकों और एक्सपर्ट्स की राय के अनुसार ही कोई अंतिम निर्णय लेंगे। हालांकि, अभी तक गर्मियों की छुट्टियां कम करने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। लॉकडाउन के दौरान स्कूल फीस माफ करने के सवालों पर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर फीस नहीं दी गई तो स्कूलों के सामने टीचर्स को सैलरी देने की समस्या आएगी। इसके बावजूद इस पर बीच का रास्ता निकालने के लिए सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने इस पर सुझाव देने के लिए लोगों से भी अपील की है।
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लॉकडाउन: स्कूल फीस माफ और गर्मियों की छुट्टी पर क्या बोले सीएम केजरीवाल!