भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु अगले तीन साल तक विश्व चैंपियन बनी रह सकती हैं। यह इसलिए क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से सभी प्रतियोगिताओं को आगे बढ़ा दिया गया है। सिंधु 2019 में विश्व विजेता बनने वाली पहली भारतीय बनी थीं। उन्हें 2021 में ही इस खिताब का बचाव करने के लिए उतरना था, पर ऐसा संभव नजर नहीं आ रहा है। ओलिंपिक को भी कोरोना के कारण जुलाई, 2021 तक आगे बढ़ा दिया गया है। ऐसे में विश्व चैंपियनशिप की संभावना कम ही नजर आ रही है। ओलिंपिक वर्ष होने की वजह से विश्व बैडमिंटन के साल 2021 कैलेंडर में नवंबर अंत तक कोई स्लॉट उपलब्ध नहीं है हालांकि, सिंधु इस बात से अधिक उत्साहित नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'हम सभी के लिए सबसे अहम बात यह है कि खेल की शुरुआत कब होगी यह देखना होगा। ओलिंपिक टल गया है ऐसे में अब अब हम सभी को खेलों के शुरू होने का इंतजार करना होगा।' सिंधु 15 मार्च को ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप से लौटने के बाद से ही आइसोलेशन में हैं। उनकी 14-दिवसीय आइसोलेशन 28 मार्च को समाप्त होने वाली थी पर अधिकारियों ने इसे रविवार तक जारी रखने को कहा था।
सिंधु ने कहा कि स्थानीय पुलिस हमारी निगरानी कर रही है। मेरे आइसोलेशन के समाप्त होने से कुछ ही दिन पहले इसे बढ़ा दिया गया था। उन्होंने हमारे पासपोर्ट ले लिए और हमारे दरवाजे पर एक स्टिकर चिपका दिया। मैंने अपने उन दोस्तों से पूछताछ की जो इंग्लैंड से लौटे थे और यह हम सभी के लिए समान दिनचर्या है। सिंधु की बहन करीब रहती है और वह उनसे मिलने के लिए बेचैन है। उन्होंने कहा, मैं अपनी भतीजी के साथ खेलने के लिए उत्सुक हूं। मैं उनके साथ समय बिताना चाहती हूं, आईसोलेशन के दौरान सिंधु फिल्में देखकर और अपनी फिटनेस पर काम करके अपने को व्यस्त रख रही हैं। एक दशक में ऐसा पहली बार हुआ कि सिंधु बैडमिंटन कोर्ट से दूर रहीं।
स्पोर्ट्स
अगले तीन साल तक सिंधु के पास ही रहेगा विश्व चैंपियनशिप खिताब