दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान (डीएससीआई) को दो डॉक्टरों सहित 18 स्वास्थ्य कर्मियों में कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल को अब बंद किया गया है। साथ ही अस्पताल में भर्ती 19 कैंसर रोगियों को दूसरे निजी अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। डीएससीआई के चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि एहतियात के तौर पर हमने सैनेटाइजेशन के लिए अस्पताल की विभिन्न सुविधाओं को बंद कर दिया है। साथ ही हम अपने यहां इलाज के लिए भर्ती 19 कैंसर रोगियों को दूसरे निजी अस्पतालों में शिफ्ट करने की व्यवस्था कर रहे हैं। इस संबंध में धर्मशिला सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल से बात चल रही है। हालांकि, इन कैंसर रोगियों को किसी अन्य अस्पताल में भेजने से पहले हम उनका कोविड-19 टेस्ट कर रहे हैं, क्योंकि कैंसर रोगियों में प्रतिरोधी क्षमता कम होती है, इसलिए इनके जल्द संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। वे बहुत आसानी से संक्रमण को पकड़ लेते हैं। अगर उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो हम इन मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करेंगे। इसके अलावा अस्पताल प्रशासन अपने 2 डॉक्टरों और 16 नर्सिंग स्टाफ सहित सभी 18 स्वास्थ्य कर्मियों की देखभाल कर रहा है। इनमें से कुछ राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती हैं। हम अपने डॉक्टरों और नर्सों के स्वास्थ्य के बारे में बहुत सतर्क हैं और सभी उपाय किए जा रहे हैं और उनके संपर्क में आने वालों की तलाश भी शुरू हो गई है।
हाल ही में दिल्ली सरकार ने राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को कोविड़-19 रोगियों के इलाज के लिए एक समर्पित अस्पताल में बदल दिया है। अब तक, हमारे पास संदिग्ध और पुष्टि मामलों सहित लगभग 200 कोरोना के मरीज हैं। जिनमें से 130 कोविड़-19 मरीज ऐसे हैं, जो निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। डॉक्टरों की हमारी टीम सभी मरीजों की स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। हमारे पास हमारे अस्पताल में पर्याप्त संख्या में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) उपलब्ध हैं। डॉ.शेरवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार यहां मरीजों को अच्छी से अच्छी सेवाएं देने की पूरी कोशिश कर रही है।
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दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान बंद, अस्पताल के 18 स्वास्थ्य कर्मियों में कोरोना की पुष्टि