देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस का संक्रमण तीसरे चरण में पहुंचने से चंद कदम ही दूर है। हालांकि अभी तक इसका अधिकृत एलान नहीं हुआ है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल का यह कहना कि देश के कुछ इलाकों में कोरोना संक्रमण तीसरे चरण में पहुंच चुका है। उनका यह इशारा साफ तौर पर मुंबई की तरफ ही है, क्योंकि देश में मुंबई ही एकमात्र बड़ा हॉटस्पॉट है जहां मरीजों की संख्या बेतहाशा बढ़ रही है और मरीजों की मौत की संख्या भी सर्वाधिक है। एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी कही जाने वाली धारावी के अलावा अब कोरोना का संक्रमण बांद्रा टर्मिनस से सटे बेहरामपाड़ा और कुर्ला के जरीमरी आदि झुग्गियों तक फैल गया है। शहर के दो बड़े अस्पताल वॉकहार्ट और जसलोक अस्पताल सील किए गए हैं। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के आसपास भी कोरोना वायरस मंडराने लगा है। इसके चलते उद्धव के घर की सुरक्षा में लगे 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को उत्तर भारतीय संघ की इमारत में एकांतवास में भेज दिया गया है।
झुग्गियों में आया कोरोना वायरस
मुंबई की झुग्गी-झोपडिय़ों में मरकज कनेक्शन के चलते कोरोना वायरस का प्रसार हुआ है। मुंबई के विभिन्न अस्पतालों में 90 फीसदी मरीजों का मरकज कनेक्शन सामने आया है। धारावी का मदीना नगर, बालिगानगर, बांद्रा का बेहरामपाड़ा या फिर कुर्ला का जरीमरी इलाका। यहां एक समुदाय विशेष के लोगों में ही कोरोना का कहर ज्यादा देखने को मिला है।
मुंबई को बचाना है तो कठोर कदम उठाना होगा
मुंबई को बचाना है तो पूरी तरह लॉकडाउन करना पड़ेगा। उत्तर-मध्य मुंबई के शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने इस संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का ध्यान आकृष्ट कराया है। उन्होंने कहा कि यदि कड़ा कदम नहीं उठाया गया तो मुंबई में बड़ा संकट आ सकता है। खासकर एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी को बचाने के लिए प्रयत्न किए जाने चाहिए।
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मुंबई तीसरे चरण में, नए इलाकों में दस्तक