पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को पार्टी के स्तंभों में से एक बताते हुए कहा है कि प्रत्याशियों की सूची में उन्हें स्थान नहीं देना दिग्गज नेता का एक अपमान करना है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि राजनीतिक दलों को अपने वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, अटल बिहारी वाजपेयी जी, आडवाणी जी भाजपा के स्तंभ थे। आडवाणी जी एक वरिष्ठ व्यक्ति हैं। और अब उन्हें कैसे दरकिनार किया जा सकता है। निश्चित रूप से यह आडवाणी जी का अपमान है। भाजपा ने गुजरात में गांधीनगर लोकसभा सीट से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को मैदान में उतारा है और आडवाणी को टिकट नहीं दिया है। 91 वर्षीय आडवाणी इस सीट से छह बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
ममता ने कहा मुझे उनके लिए (आडवाणी के लिए) बहुत दुख हो रहा है। यह उनका आखिरी मौका हो सकता है। वास्तव में आडवाणी जी उनके परामर्शदाता हैं। लेकिन जब वहां जरूरत नहीं है तो उनको (वरिष्ठ नेताओं को) भुला दिया गया। क्योंकि चीज जितनी पुरानी होती है, उतनी अच्छी होती है। यह मेरा निजी तौर पर मानना है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का भी दुख है कि भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार की पत्नी को बेंगलुरू साउथ लोकसभा सीट से टिकट नहीं दिया। चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री की बायोपिक 'पीएम नरेंद्र मोदी की रिलीज के बारे में ममता ने कहा कि अगर कोई ऐसी फिल्म बनाना चाहे तो बना सकता है लेकिन चुनाव से पहले अगर इसे रिलीज किया जाए तो इसका उद्देश्य बहुत हर साफ है।
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आडवाणी को टिकट नहीं देकर भाजपा ने किया अपमान : ममता बनर्जी