भारत की सबसे बड़ी आयुर्वेदिक दवा और प्राकृतिक उपभोक्ता उत्पाद निर्माताओं में से एक डाबर इंडिया अपनी ट्यूनीशियाई सहायक कंपनी को इस साल दिसंबर के आखिरी तक बंद करने पर विचार कर रही है। डाबर ने पहले डाबर ट्यूनीशी को मार्च 2019 तक बंद करने का ऐलान किया था। मगर ट्यूनीशिया के कानून के तहत कुछ कानूनी और विनियामक अनुपालन के कारण कंपनी को डाबर ट्यूनीशी को समाप्त करने के लिए समयावधि बढ़ानी पड़ी है। हालांकि डाबर इंडिया ने डाबर ट्यूनीशी को बंद करने का कोई कारण नहीं बताया है। 1884 में शुरू की गयी डाबर ने 2003 में अपना फार्मा कारोबर अलग किया था। इसके हेल्थकेयर डिवीजन में 260 से अधिक उत्पाद हैं, जो कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किए जाते हैं।