महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या में अधिकतर मुंबई, ठाणे तथा पुणे से हैं जिससे राज्य की स्थिति गंभीर हो गई है. राज्य में कुल कोरोना वायरस मरीजों के 90 फीसदी केस इन्हीं जगहों से हैं. इससे भी चिंताजनक यह है कि महाराष्ट्र में 4 अप्रैल से हर दिन नए 100 से अधिक नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं. गुरुवार शाम साढ़े चार बजे तक १६२ नए मामले सामने आने के बाद राज्य में मरीजों की संख्या १२९७ हो गई है. हालांकि इसमें ११७ लोग ठीक भी हुए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है. लेकिन इस महामारी की चपेट में आने से अबतक ७२ लोगों की जानें भी जा चुकी है. मुंबई में ही बुधवार तक कुल 714 कोरोना केस थे जिनमें 5 की मौत भी हो गई. उधर बढ़ते खतरे को लेकर सरकार सख्त फैसले भी ले रही हे लेकिन ये महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है. इस खतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार लॉकडाउन समेत तमाम उपाय कर रही है. बावजूद इसके मुंबई के कई इलाके समेत ठाणे, डोंबिवली, कल्याण तथा पुणे इस महामारी के हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं. सबसे ज्यादा मुंबई की स्थिति खराब है. तमाम कोशिशों के बाद भी मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों से प्रशासन परेशान है. वर्ली और धारावी में लगातार कोरोना के केस आने के बाद दोनों इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है. हालांकि राज्य सरकार ने कोरोना रोकने के लिए कदम तो उठाए हैं लेकिन यहां ही सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं. कहा जा रहा है कि मुंबई, ठाणे और पुणे में विदेशों से आए लोगों के संपर्क में आने से कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या राज्य सरकार विदेशों से आए लोगों को क्वारंटीन नहीं कर पाई?
रीजनल वेस्ट
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या से स्थिति गंभीर - मुंबई, ठाणे, डोंबिवली, कल्याण तथा पुणे की स्थिति चिंताजनक