कोरोना वायरस के संक्रमण से अबतक दुनियाभर में 88 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। मरने वालों में ज्यादातर पुरुष हैं। ऐसे सवाल यह उठता है कि क्या महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता मर्दों की तुलना में ज्यादा मजबूत होती है? या पुरुष अपनी कुछ खास आदतों की वजह से इस जानलेवा महामारी के जल्दी शिकार हो जाते हैं। अधिकांश देशों में महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा धूम्रपान करते हैं। कोरोना वायरस मानव शरीर के श्वसन तंत्र को ही सबसे पहले प्रभावित करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, धूम्रपान करने की वजह से पुरुषों में फेफड़े की बीमारी होने की ज्यादा संभावना होती है। इस आदत की वजह से पुरुषों के कोरोना से बचने की संभावना काफी कम हो जाती है।
एक अध्ययन के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण से चीन में हुई कुल मौतों में मर्दों की संख्या दोगुने से भी ज्यादा थी। उल्लेखनीय है कि चीन में 52 प्रतिशत पुरुष धूम्रपान करते हैं, जबकि महिलाओं में यह लत मात्र 3 फीसदी ही है। दक्षिण कोरिया में भी कोरोना से संक्रमण के कारण पुरुषों की मृत्युदर महिलाओं की अपेक्षा दोगुना रही। यहां मर्दों में धूम्रपान की दर कई यूरोपीय देशों से भी कहीं ज्यादा है।
एक अध्ययन के अनुसार, दुनियाभर में मर्दों ने कोरोना वायरस के खतरे को हल्के में लिया। इसी कारण वे कोरोना वायरस से ज्यादा संक्रमित हुए। 3000 लोगों पर किए गए एक शोध के अनुसार, इनमें से आधे लोग ऐसे थे जो बाथरूम से निकलने के बाद साबुन से हाथ नहीं धोते थे। पूरी दुनिया में कई बीमारियां ऐसी भी हैं जो महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को जल्दी अपना शिकार बनाती हैं। जैसे हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और श्वसन तंत्र से जुड़ी कोई भी बीमारी। कोरोना के मामले में भी यह देखा गया है कि जिन मरीजों में इनमें से कोई भी बीमारी पहले से होती है उन्हें इस वायरस से निजात पाने में ज्यादा समय लगता है।
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पुरुषों के लिए ज्यादा जानलेवा क्यों है कोरोना, महिलाएं क्यों कम होती हैं इसकी शिकार?