राजधानी दिल्ली में तमाम कोशिशों के बावजूद संक्रमण की रफ्तार थम नहीं रही है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अब दिल्ली में 30 कंटेनमेंट जोन चिन्हित किए हैं। यहां और सख्ती बरती जाएगी और कड़ी निगरानी रखी जाएगी और किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं होगी।इसी क्रम में दक्षिणी पूर्वी दिल्ली में जाकिर नगर की गली नंबर 18 से 22 तक की सभी गलियां सील कर दी गई हैं। दरअसल, यहां कोरोनो के कुछ मरीज मिले थे। साथ ही दिल्ली का नबी करीम थाना इलाका भी हॉटस्पॉट घोषित कर दिया है। जिसके बाद पूरा इलाका सील हो गया है। बता दें कि ये इलाका पहाड़गंज और सदर बाजार के बीच है। दिल्ली में कोरोना के ग्रसित मरीजों की संख्या 903 है। पिछले 24 घंटों में राज्य से कोरोना वायरस के कुल 183 नए मामले सामने आए हैं। खास बात यह है कि कोरोना के इन नए केसों में से 154 मरीज तबलीगी जमात से संबंधित हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना हैं कि अब तक दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 903 हो चुकी है। इनमें से 22 मरीज आईसीयू में भर्ती हैं तो वहीं सात मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं 2-3 दिन में रैपिड किट भी उपलब्ध हो जाएगी। मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया, 'दिल्ली में जिन हॉटस्पॉट को चिन्हित किया है, वहां हम डोर-टू-डोर जाकर लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग कर रहे हैं। इस दौरान निजामुद्दीन में 6000 घरों को स्कैन किया जा चुका है, जिनमें से एक शख्स कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। कंटेनमेंट जोन वह इलाका होता है जहां कोरोना वायरस के पॉजिटिव केस मिले हों। साथ ही जब स्थानीय प्रशासन को ऐसी संभावना लगे कि उस इलाके में अभी और केस भी सामने आ सकते हैं। इसी वजह से उस पूरे इलाके को सील कर दिया जाता है। उस इलाके हर रास्ते पर पुलिस तैनात की है और लोगों को वहां आने-जाने की इजाजत नहीं होती।
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दिल्ली के 30 कंटेनमेंट जोन में होगी सख्त निगरानी