कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए राजस्थान सरकार ने कक्षा 9वीं और 11वीं कक्षा के छात्रों को अगली क्लास में पास करने का आदेश स्कूल प्रशासन को दिया है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, इन छात्रों को अर्धवार्षिक परीक्षा और करिकुलर एक्टिविटीज में प्राप्त अंकों के आधार पर कक्षा 10 और 12 कक्षा में पास किया जाएगा।
स्कूल के प्रधानाचार्य लॉकडाउन समाप्त होने के बाद छात्रों को पदोन्नति प्रमाणपत्र सौंपेंगे। छात्रों को लर्निंग एंगेजमेंट (स्माइल) के लिए सोशल मीडिया इंटरफेस के माध्यम से अगली कक्षा के लिए ऑनलाइन अध्ययन सामग्री प्रदान की जाएगी। भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप के दौरान छात्रों को एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आने के चलते यह निर्णय लिया गया है।
आपको बता दें, सिर्फ राजस्थान में ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों ने छात्रों को पास करने का निर्णय लिया है। बिहार सरकार ने पहली से 9वीं और 11वीं के छात्रों को अगली कक्षा में पास करने का निर्णय लिया है। सरकर ने ये निर्णय छात्रों को बढ़ावा देने के लिए लिया है।
वहीं बिहार सरकार से पहले सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड ने 8वीं तक के छात्रों को अगली क्लास में पास करने का निर्णय किया था। वहीं सीबीएसई ने 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को असाइनमेंट, इंटर्नल परीक्षा और प्रोजेक्ट्स के आधार पर पास करने को कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोरोना के 8 हजार 356 मामले सामने आए हैं। वहीं, अब तक 273 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच, अधिकांश राज्यों ने वायरस पर अंकुश लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 14 अप्रैल से आगे लॉकडाउन दो सप्ताह बढ़ाने की सलाह दी है।
रीजनल नार्थ
राजस्थान सरकार का फैसला, बिना परीक्षा पास किए जाएंगे 9वीं और 11वीं के छात्र