राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण रविवार को एक पायदान चढ़कर 'मध्यम' श्रेणी में आ गया। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार, दिल्ली में पीएम 2।5 और पीएम 10, दोनों प्रदूषक 'मध्यम' श्रेणी में हैं और क्रमश: 56 और 104 पर हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, वायू गुणवत्ता सूचकांक दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 108, मुंडका में 131, द्वारका में 96, आईटीओ में 80 और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 92 स्थान पर है। हवा की गुणवत्ता पिछले सप्ताह 'अच्छी' श्रेणी में थी, लेकिन 6 मार्च को 'अंधेरे को चुनौती देने' के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाइट बंद करके नौ मिनट तक दीया जलाने को कहा था, लेकिन कई लोगों ने इसे गंभीरता से ना लेते हुए खूब पटाखे फोड़े। इस कारण यहां की हवा फिर से प्रदूषित हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान 22 डिग्री और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस है। भारतीय मौसम विभाग ने दिन के समय तेज हवा चलने की भविष्यवाणी की है। वायु प्रदूषण के साथ ही ध्वनि प्रदूषण में भी भारी गिरावट आई है। इससे आम तौर पर दिन में दूरी बनाए रखने वाले जीव-जंतु भी बाहर निकलने लगे हैं। घरों के आसपास पक्षियों की चहचहाहट बढ़ गयी है। उद्योगों के बंद होने के कारण उनसे निकलने वाला गंदा पानी अब नदियों में नहीं जा रहा। इससे नदियां भी साफ हो गई हैं।
रीजनल नार्थ
लॉकडाउन के बावजूद दिल्ली में हवा की गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में