पूर्व नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप ने कहा है कि फिटनेस से जुड़ी परेशानियों के बावजूद वह जितना अधिक संभव हो अपने करियर को आगे बढ़ाना चाहते हैं। कश्यप ने कहा कि वह संन्यास के बाद कोचिंग देने के लिए भी तैयार हैं। कश्यप ने कहा कि उन्हें अपनी पत्नी और दुनिया की पूर्व नंबर एक महिला एक खिलाड़ी साइना नेहवाल को कोचिंग देने से भी खेल को समझना आसान होता जा रहा है।
कश्यप ने कहा, ‘मुझे कोचिंग करते हुए कोर्ट के पीछे बैठने से सहायता मिल रही है। साइना को कोचिंग देने से मुझे काफी मदद मिल रही है। बाहर से खेल को समझना आसान होता है, आप खिलाड़ी को बता सकते हैं कि कहां गलती हो रही है। यह नया अनुभव है पर काफी सहायक है।’ उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर मेरी कोचिंग में रुचि है लेकिन उम्मीद करता हूं कि मैं अपने करियर को अधिक से अधिक लंबा खींचने में सफल रहूंगा। यह निश्चित है कि खेलना छोडऩे पर कोचिंग शुरू करूंगा क्योंकि मुझे नहीं लगता कि मैं खेल से दूर रह सकता हूं।’ पिछले कुछ वर्षों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाने के बावजूद कश्यप ने ओलंपिक में खेलने का सपना नहीं छोड़ा है। कश्यप ने कहा कि में ओलंपिक में भाग ही नहीं लेना चाहता बल्कि पदक भी जीतना चाहता हूं।
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अधिक से अधिक समय खेलना चाहते हैं कश्यप