जिनेवा । कोरोना वायरस के घरों में रहने वाले पालतू जानवरों में कोई साक्ष्य नहीं पाए गए हैं। इसकी जानकारी डब्ल्यूएचओ द्वारा दी गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि पालतू जानवरों में संक्रमण का अब तक कोई प्रमाण नहीं है। वहीं, एक अध्ययन में कहा गया था कि जानवरों से वायरस इंसान में पहुंचता है। डब्ल्यूएचओ की तकनीकी प्रमुख डॉ. मरिया वैन कारखोव ने बताया कि इंसानों से पालतू जानवरों के संक्रमित होने के प्रमाण मिले हैं लेकिन उनसे संक्रमण होने का कोई प्रमाण नहीं है। उन्होंने कहा कि हांगकांग में दो कुत्ते और बेल्जियम में एक बिल्ली कोरोना से संक्रमित हुईं। वहीं, न्यूयॉर्क के चिड़ियाघर में एक बाघिन पिछले दिनों संक्रमित हुई है। पालतू जानवर कैसे संक्रमित होते हैं, इसके बारे में कई समूह शोध कर रहे हैं। इसके अलावा चीन के वुहान में बिल्लियों पर अध्ययन में पाया गया कि वे संक्रमित हो सकती हैं, लेकिन पालतू जानवरों से इंसानों तक संक्रमण पहुंचने के प्रमाण नहीं मिले हैं।प्रोसिडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी बी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन ने जानवरों से संक्रमण के खतरे के आकलन के लिए नए प्रमाण मुहैया कराए हैं। अध्ययन से पता चला कि मवेशी सहित पालतू जानवरों से सबसे ज्यादा वायरस इंसानों में आए। वैज्ञानिकों ने जानवरों से मानव तक फैले 142 ज्ञात वायरसों के आंकड़े जुटाए। कोरोना वायरस का संक्रमण इंसानों से पालतू जानवरों में भी फैल रहा है। दरअसल, हांगकांग में कुत्तों और बिल्लियों के संक्रमण के कई मामले मिल चुके हैं। इसे देखते हुए जर्मनी के पशु चिकित्सकों ने पालतू जानवरों का भी कोरोना परीक्षण शुरू कर दिया है। वहीं, एक विरोलॉजिस्ट ने कहा कि कुत्तों की तुलना में बिल्लियों में संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है।
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पालतू जानवरों से संक्रमण के साक्ष्य नहीं: डब्ल्यूएचओ