रांची कोरोना महामारी को लेकर उत्पन्न देशव्यापी लॉकडाउन के बीच जहां सभी दवा दुकानों को मुक्त रखा गया है, वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से भी लोगों को बड़ी राहत मिली है। राजधानी रांची के अलावा राज्य के विभिन्न हिस्सों में अवस्थित जन औषधि केंद्र से लोगों को सस्ती दर पर दवाएं मिलने का सिलसिला जारी है।लॉकडाउन की अवधि में, प्रधान मंत्री भारतीय जन औषधि योजना अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सूचनात्मक पोस्ट के माध्यम से जागरूकता भी पैदा कर रही है ताकि लोगों को कोरोनावायरस से बचने में मदद मिल सके।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि वर्तमान कठिन परिस्थितियों में भी प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र में लोग कोरोनावरियर्स के रूप में काम कर रहे हैं और देश की सेवा कर रहे हैं। एक ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि देश भर में 6300 जनऔषधि केंद्रों पर सस्ती दवाएं उपलब्ध हों। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए इनके गोदाम युद्धस्तर पर दिन-रात काम कर रहे हैं। देश भर में कोविड-19 महामारी फैलने के कारण लॉकडाउन के दौरान, प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रों के फार्मासिस्ट देश के आम नागरिकों को सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति कर रहे हैं।जबकि वर्तमान में देश भर के 726 जिलों में 6300 से अधिक पीएम जनऔषधि केंद्र कार्य कर रहे हैं। प्रधान मंत्री भारतीय जनऔषधि योजना भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा शुरू की गई है जिसका उद्देश्य गुणवत्ता वाली और सस्ती स्वास्थ्य सेवा सभी को प्रदान करना है। सस्ती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए, गुरुग्राम में एक केंद्रीय गोदाम, गुवाहाटी और चेन्नई में दो क्षेत्रीय गोदाम और लगभग 50 वितरक अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं। दवाओं की आपूर्ति को नियंत्रित करने के लिए एसएपी आधारित एक मजबूत बिक्री केंद्र सॉफ्टवेयर स्थापित किया गया है। आम जनता के लिए मोबाइल एप्लिकेशन “जन औषधि सुगम” भी उपलब्ध है, ताकि वे अपने निकटतम जनऔषधि केंद्र का पता लगा सकें और उनकी कीमत तथा उपलब्धता जान सकें। यह ऐप गूगल प्लेट स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
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पीएम जनऔषधि केंद्र से लॉकडाउन में मिली बड़ी राहत