प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को सम्बोधित करते हुए लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक और बढ़ा दिया है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना वायरस से लड़ने और आगे रोड मैप के लिए 7 सवाल पूछे। रणदीप सुरजेवाला ने पूछा है कि पीएम मोदी जी देश ने 21 दिन का लॉकडाउन माना और देश 20 दिन का लॉक डाउन भी मानेगा पर नेतृत्व के मायने केवल देशवासियों को जिम्मेदारी का अहसास दिलाना नहीं, बल्कि सरकार और शासक की जनता के प्रति जवाबदेही और जिम्मेदारी का निर्वहन है।
- कोरोना की रोकथाम का एक मात्र रास्ता है, टेस्टिंग
- 1 फरवरी से 13 अप्रैल, 2020 तक, यानी 72 दिनों में देश में केवल 2 लाख 17 हजार 554 कोरोना टेस्ट हुए। औसत 3,021 टेस्ट प्रतिदिन है। टेस्ट कई गुना बढ़ाने की क्या योजना है?
- कोरोना के खिलाफ अग्रिम पंक्ति के योद्धा डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, सफाई कर्मी हैं। इनके लिए अब तक एन-95 मास्क और पीपीई की जबरदस्त कमी है। इस मसले पर आपकी चुप्पी क्यों?
- पलायन कर चुके करोड़ों मजदूर आज रोजगार-रोटी के संकट से जूझ रहे हैं।इस सवेंदनशील व मानवीय मसले पर आपका एक्शन प्लान क्या है?
- लाखों एकड़ गेहूं-रबी की फसलें कटाई के लिए तैयार हैं, लेकिन इंतजाम क्यों नहीं हैं? समय पर कटाई और एमएसपी पर फसल खरीद सुनिश्चित करने को लेकर आप चुप क्यों हैं?
- कोरोना से पहले ही देश का युवा अभूतपूर्व बेरोजगारी से जूझ रहा था। अब बेरोजगारी, छंटनी-नौकरियां जाने की दर विकराल रूप ले रही है।आपकी ‘कोविड-19 एकनॉमिक रिकवरी टास्क फोर्स’ कहां गायब है?
- देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़- दुकानदार, लघु और मध्यम उद्योग- आज चौपट होने की कगार पर हैं। खेती के बाद सबसे अधिक रोजगार इन्ही क्षेत्रों में है।इन्हें वापस पटरी पर लाने व आर्थिक मदद के बारे आपकी क्या ऐक्शन प्लान है?
- पूरी दुनिया ने कोरोना से पैदा हुए आर्थिक संकट से पार पाने हेतु करोड़ों-अरबों रुपये के आर्थिक पैकेज लागू किए। इस सूची में आपकी सरकार आखिरी पायेदान पर क्यों खड़ी है?
रीजनल नार्थ
कांग्रेस ने लॉकडाउन बढ़ाने के एलान के बाद पीएम मोदी से पूछे 7 सवाल