अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अपने पिता शत्रुघ्न सिन्हा के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने के मामले को उनका निजी मसला बताया है। सोनाक्षी ने इस बारे में कहा कि, यह उनकी पसंद है। मेरा मानना है कि अगर आप कहीं खुश नहीं हैं तो कुछ बदलाव लाइये। उन्होंने भी यही किया। सोनाक्षी सिन्हा ने कहा कि, मैं उम्मीद करती हूं कि कांग्रेस के साथ वे और अच्छा काम करेंगे और अलग-थलग नहीं पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण, अटल जी और आडवाणी जी के समय से पार्टी के सदस्य होने के नाते मेरे पिता का पार्टी के अंदर बहुत सम्मान है, लेकिन मुझे लगता है कि पूरे ग्रुप को वह सम्मान नहीं दिया गया जिसके वे हकदार थे। मुझे लगता है कि उन्होंने फैसला लेने में देरी की, यह फैसला बहुत पहले लेना चाहिए था।
बता दें कि दिग्गज नेता शत्रुघ्न सिन्हा भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़कर कांग्रेस में जाने की तैयारी कर चुके हैं। मशहूर अभिनेता और नेता का कहना हैं कि उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी, पार्टी ने उन्हें छोड़ा है। पार्टी (बीजेपी) ने उनके कहे को हमेशा गलत समझा। एक चैनल से बातचीत में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं तो बस आईना दिखा रहा था। वन मैन शो एंड टू मैन आर्मी ने सब खराब किया। सिन्हा ने कहा कि आडवाणी-जोशी सबको जिल्लत झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में वे मोदी लहर की वजह से नहीं जीते थे। इस बार तो मोदी कहर का माहौल है। उनका कहना है कि आरजेडी-कांग्रेस में गड़बड़ी हुई तो वे ब्रिज का काम करेंगे। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि ने मुझसे उम्र में छोटे हैं, लेकिन देश के बहुत चहेते, युवा और लाडले नेता हैं। आज देश की निगाहें राहुल गांधी पर टिकी हुई हैं। राहुल गांधी, उनके परिवार गांधी-नेहरू परिवार का मैं बहुत बड़ा समर्थक और प्रशंसक हूं, हमेशा से। आपने देखा होगा मैंने उनके बारे में कभी भी कोई गलत बात नहीं की है, क्योंकि मैं कद्रदान हूं, और मैं उन लोगों को नेशन बिल्डर मानता हूं।
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भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने जा रहे शत्रुघ्न सिन्हा, बेटी सोनाक्षी बोलीं- उम्मीद है अब