मुंबई, कोरोना वायरस से देश भर में जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. लॉक डाउन के चलते लोग घरों में बंद हैं. एक तरफ जहां लोगों की जिंदगी रुकी सी है वहीं दूसरी तरफ इसके प्रभाव से जानवर भी अछूते नहीं रहे. घोड़ों की रेस के लिए मशहूर मुंबई शहर थम सा गया है, लॉकडाउन के चलते सभी चीजों को बंद कर दिया गया है. मुंबई का मशहूर महालक्ष्मी रेसकोर्स भी बंद पड़ा है. यहां रेस में दौड़ने वाले घोड़े अस्तबल में बंधे घांस खा रहे हैं. इस रेसकोर्स में 800 से ज्यादा घोड़े अस्तबल में हैं जिनकी देखभाल के लिए करीब 600 लोग हैं. रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब के ज्यादातर प्रशिक्षक मुंबई और पुणे में रहते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण वे सभी यहीं फंस के रह गए हैं. अधिकारियों ने 2400 मीटर वाले ट्रैक पर अभ्यास पर रोक लगा दी है. इससे घोड़ों को फिट रखने में दिक्कतें आ रही है. प्रशिक्षक घोड़ों की हेल्थ को लेकर चिंता में हैं. क्लब के वरिष्ठ प्रशिक्षक आइवर फर्नांडिस कहते हैं कि अगर घोड़ों को नियमित रूप से अभ्यास नहीं करवाया जाए तो उनके स्वास्थ्य का इस पर काफी असर पड़ता है. प्रशासन की ओर से जारी अत्यावश्यक श्रेणी का पास मिलने के कारण वे रोज महालक्ष्मी रेसकोर्स के अस्तबल जा पाते हैं. उन्होंने कहा कि घोड़ों को विशेष खाद्य पदार्थो की आवश्यकता होती है, वेलफेयर एनीमल बोर्ड के सौजन्य से इन खाद्य पदार्थो की आपूर्ति हो रही है. कुछ घोड़े के मालिक ने दरयादिली दिखाते हुए इनके खाने का भी इंतजाम कर दिया है.
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मुंबई में रेसकोर्स के घोड़े भी अस्तबल में हैं लॉक