नई दिल्ली। दिल्ली में बेशक हर रोज नए-नए इलाकों को कंटेनमेंट जोन के तौर पर घोषित किया जा रहा है, लेकिन पहले से हॉटस्पॉट सील इलाकों में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। दिल्ली सरकार का कहना है कि दिलशाद गार्डन के बाद अब राजौरी गार्डन, वसुंधरा एंक्लेव और खिचड़ीपुर में संक्रमण के नए मरीज ऑपरेशन शील्ड चलाने के बाद नहीं मिले हैं। उधर, शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने 8 नए कंटेनमेंट जोन घोषित किए हैं। इससे अब दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 68 हो गई है। इन इलाकों में कोरोना वायरस से संक्रमित तीन या इससे ज्यादा नए मरीज मिलने के बाद इनको सील कर दिया गया है। सभी इलाकों में ऑपरेशन शील्ड के तहत छिड़काव करने के साथ लोगों के आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। साथ ही रोज जरूरत के सामान की डोर स्टेप पर आपूर्ति की जा रही है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने माना है कि इसके बेहतर परिणाम आ रहे हैं। दिलशाद गार्डन कंटेनमेंट जोन के बाद वसुंधरा एंक्लेव में भी 15 दिन से कोई नया केस नहीं आया है। यही स्थिति खिचड़ीपुर की है। अभी तक यह प्रयोग सफल रहा है। वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि राजौरी गार्डन कंटेनमेंट जोन के साथ वसुंधरा एंक्लेव व खिचड़ीपुर से नए मामले नहीं आए हैं। ऑपरेशन शील्ड में स्थानीय लोग काफी सहयोग कर रहे हैं। अगर लोग सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन न करते, तो हालात संभाल पाना मुश्किल था।
रीजनल नार्थ
दिल्ली के चार इलाकों में नहीं मिले नए मरीज