न्यूजीलैंड में मस्जिद पर हुए हमले की लाइव स्ट्रीमिंग के बाद फेसबुक ने कहा कि लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग सेवा का उपयोग किए जाने के नियमों को अब सख्त बनाया जा रहा है। बता दें कि एक श्वेतवादी हमलावर ने क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों पर हमला किया था जिसमें 50 लोगों की मौत हो गई। चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी शेरिल सैंडबर्ग ने एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा कि कई लोगों ने सही सवाल उठाया कि फेसबुक जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग हमले की भयानक वीडियो का प्रसार करने में कैसे किया गया। उन्होंने कहा, आतंकवादी हमले के मद्देनजर हम तीन कदम उठा रहे हैं। इसके तहत फेसबुक लाइव इस्तेमाल करने के नियमों को कड़ा बनाया जा रहा है। इसके अलावा फेसबुक प्लेटफॉर्म पर नफरत फैलाने से रोकने के लिए कुछ और भी सख्त कदम भी उठाए जा रहे हैं। सैंडबर्ग के अनुसार फेसबुक अपने लाइवस्ट्रीमिंग के मानदंडों का पूर्व में उल्लंघन कर चुके लोगों को इस सेवा के इस्तेमाल से रोकने पर विचार कर रहा है। सोशल नेटवर्क ऐसे सॉफ्टवेयर में भी निवेश कर रहा है जो हिंसक वीडियो या तस्वीरों के संपादित संस्करण को साझा करने या री-पोस्ट करने से रोकने के लिए तुरंत उनकी पहचान कर सकें।