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दिल्ली में कोरोना के केस में वृद्धि हो रही, जो चिंता का विषय: सीएम केजरीवाल

दिल्ली में कोरोना के केस में वृद्धि हो रही, जो चिंता का विषय: सीएम केजरीवाल

नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई विशेषज्ञों से बात की गई है। उन सभी चर्चाओं के बाद कुछ नतीजे सामने आए हैं। पिछले दिनों से दिल्ली में कोरोना के केसों में बढ़ोत्तरी शुरू हुई है। हमने दिल्ली में पिछले कुछ दिनों मे काफी जांच किए हैं और कोरोना के केस में वृद्धि भी शुरू हुई है। कल (18 अप्रैल) को हमारे पास 736 केसों के टेस्ट की रिपोर्ट आई है। उन 736 टेस्टों में से 186 कोरोना के मरीज निकले हैं। यानि 25 प्रतिशत लोग कोरोना के मरीज निकले हैं, जो काफी ज्यादा हैं। यह सभी 186 मरीज एसिम्टोमैटिक (स्पर्शोन्मुख) हैं। इनमें किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं है। इनमें किसी को बुखार नहीं है, किसी को खांसी व सांस की शिकायत नहीं थी। उनको पता ही नहीं है कि उन्हें कोरोना है और वे इधर-उधर कोरोना लेकर घूम रहे हैं। यह बहुत ही खतरनाक बात है कि कोरोना फैल चुका है और बहुत सारे लोग कोरोना लेकर घूम रहे हैं। यह बीमारी ऐसी है कि कई बार लोगों को पता भी नहीं चलता है कि उन्हें कोरोना हो गया है। कई बार कोरोना के लक्षण सामने नहीं आते हैं और बीमारी हो जाती है। किसी व्यक्ति में रोगों से लड़ने की क्षमता अच्छी है और वह घूमता रहता है। वह पता नहीं कितने लोगों को संक्रमित कर देता है। यह 186 लोग अपनी-अपनी जिंदगी में घूम रहे थे।
         सीएम केजरीवाल ने कहा कि इनमें एक व्यक्ति से जब हमने बात की, तो उसने कहा कि वह दिल्ली सरकार द्वारा संचालित किए जा रहे अलग-अलग फूड सेंटर में जाकर खाना बंटवाने का काम कर रहा था। हम सोच सकते हैं कि वह अब तक कितने लोगों को प्रभावित किया गया। मैने उन सभी फूड सेंटरों में जांच का आदेश दिया है। मैं आकंलन कर रहा हूं कि सेंटर पर प्रतिदिन लगभग वही लोग आते होंगे, जो रोज खाना खाते हैं। उन सभी की रैपिड टेस्ट कराएंगे। दिल्ली में हमारे जितने भी फूड सेंटर हैं, उन सभी में खाना बांटने वाले सभी वालेंटियर और कर्मचारियों का रैपिड टेस्ट कराएंगे। सीएम केजरीवाल ने कहा कि इससे यह पता चल रहा है कि दिल्ली के अंदर इस समय कोरोना फैलना शुरू हो गया है। रोज कंटेन्मेंट जोन बढ़ते जा रहे हैं, जहां पर सील किया जाता है। अभी तक दिल्ली में कुल 77 कंटेन्मेंट जोन बन गए हैं। हमने कंटेन्मेंट जोन में रैंडम जांच कराई थी। कहीं से 200, कहीं से 180 सैंपल लेकर जांच कराई गई थी। वहां पर निकल कर आया कि कुछ कंटेन्मेंट जोन, जहां पर लोगों ने बात मानी, लोगों ने अनुशासन का पालन किया और अपने-अपने घरों में रहे, वहां पर एक भी नया केस नहीं आया। 
         वहीं, जहां पर लोगों ने बात नहीं मानी और कंटेन्मेंट जोन घोषित होने के बावजूद अपने घर से बाहर गलियों में निकल आए। हम कंटेन्मेंट जोन के अंदर किसी को नहीं आने देते हैं और बाहर किसी को नहीं जाने देते हैं, लेकिन जोन के अंदर लोग एक-दूसर के घर जाते रहते हैं। उन्हें काफी मनाने की कोशिश की जाती है, उन पर सख्ती करने की कोशिश की जाती है, लेकिन कई लोग नहीं मानते हैं। जैसा कि मैने कल जहांगीरपुरी का उदाहरण दिया है। जहंगीपुरी की एक गली में एक ही परिवार के कई सारे लोग रहते हैं। उनमें एक ही परिवार के 26 लोगों में कोरोना पाया गया, क्योंकि वे अनुशासन का पालन ही नहीं किए। कंटेन्मेंट जोन होने के बावजूद वे लोग एक-दूसरे के घरों में जाते रहे। जहां पर भी कंटेन्मेंट जोन में लोगों ने अनुशासन का पालन किया है, वहां पर एक भी नया केस नहीं सामने आया है और जहां लोगों ने बात नहीं मानी है, वहां के कुछ कंटेन्मेंट जोन में कई नए केस निकल कर आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बात साफ है कि अब दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है। हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण के बाहर नहीं है, स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यह चिंताजनक है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है। हमें अनुशासन में रह कर सबको नियंत्रित करने की जरूरत है।
 

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