नई दिल्ली । दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद बेशक पुलिस के सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन अपने फॉलोअर्स के बीच सोशल मीडिया के जरिए ऑडियो संदेश देते आ रहे हैं। मौलाना साद ने एक ऑडियो संदेश अपने फॉलोअर्स के लिए जारी किया है। इस संदेश में उन्होंने खासतौर से तबलीगी जमातियों से यह कहा है कि किसी भी बीमारी का इलाज बहुत जरूरी है। इसमें वह जहां कहीं भी मौजूद हों, सरकार का पूरा सहयोग करें। उन्हें इलाज के लिए सरकार के प्रशासनिक अधिकारी और चिकित्सा से जुड़े लोग, जहां कहीं भी ले जाते हैं, वहां जाएं और उनका पूरा सहयोग करें। मौलाना साद ने ऑडियो संदेश में कहा कि हर अच्छे और बुरे हालात का मालिक अल्लाह है। दुनिया पर हर हालात अल्लाह के हुक्म से आते हैं। उन्होंने कहा कि हर हालात के आने का ताल्लुक इंसान के आमाल (कर्म) से है। जैसे हमारे कर्म होंगे, वैसे ही हालात आएंगे। उन्होंने कहा कि सारा आलम एक बवा (महामारी) का शिकार है। यह बात यकीन है कि यह महामारी हमारे बिगड़े हुए कर्मों की सूरत है। जब इंसान अपने बनाने वाले से दूर हो जाता है, तो बनाने वाला उसे अपने करीब लाने के लिए ऐसे हालात लाता है। इससे पहले भी मौलाना साद का एक पुराना ऑडियो यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था जिसमें वह मैसेज देते हैं कि जनता और सरकार को एक दूसरे पर यकीन रखना चाहिए। तभी वह मुल्क तरक्की करता है। ऑडियो संदेश में मौलाना साद ने लोगों को यह नसीहत भी दी कि वे जरूरतमंदों की अपनी हैसियत के मुताबिक मदद करें। कोई भी पड़ोसी भूखा ना सोए। आपसी भाईचारा और हमदर्दी से एक दूसरे के साथ पेश आएं।
- एफआईआर की मांगी कॉपी
मौलाना साद ने क्राइम ब्रांच को पत्र लिखकर एफआईआर की कॉपी देने की मांग की थी। पुलिस को लिखे पत्र में साद ने कहा था कि मेरे खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में मैं एक व दो अप्रैल को दो नोटिसों का जवाब देकर मैं जांच का हिस्सा बना हूं। पुलिस कृपया उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर की प्रति साझा करे। उन्होंने कहा कि अगर एफआईआर में कोई नया खंड (सेक्शन) जोड़ा गया है तो उसे इसके बारे में सूचित करें। उन्होंने कहा कि वह जांच में सहयोग करने के लिए वह तैयार हैं। जांच में जुटी क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो इस दौरान कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी है, जिसके आधार पर तफ्तीश आगे बढ़ाई जा रही है। क्राइम ब्रांच को जमात मुख्यालय पर छापेमारी के दौरान वहां से कुछ ऐसे सबूत मिले हैं, जिसका वह क्रास चेक करने में जुटी है।
रीजनल नार्थ
बीमारी का इलाज जरूरी है सरकार का सहयोग करें: मौलाना साद