गंगटोक । आज लगभग पूरी दुनिया कोरोना वायरस के लिए चीन को जिम्मेदार ठहरा रही है, मगर कुछ देश और राज्य ऐसे भी हैं, जो मिसाल बनकर सामने आए हैं। इन्हीं में एक भारत का राज्य सिक्किम भी है। सिक्किम बिल्कुल चीन से सटा राज्य है, लेकिन यहां कोरोना का साया तक नहीं पड़ा। एक समय सिक्किम में 70 से ज्यादा संदिग्ध मामले जरूर थे, लेकिन जांच में सभी निगेटिव निकले। इस असाधारण सफलता की वजह स्थानीय प्रशासन की मुस्तैदी और सिक्किम के लोगों का कड़ा अनुशासन है। राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह गोले ने कहा कि चीन के साथ विस्तृत सीमा साझा करने के कारण बड़े पैमाने पर कदम उठाए गए, जिसके अप्रत्याशित परिणाम मिले। यहां प्रशासन ने देश में सबसे पहले कदम उठाया। 27 जनवरी को ही राज्य के सभी प्रवेश केंद्रों पर स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दी गई।
बेहद अनुशासित हैं लोग
सिक्किम के लोग बेहद अनुशासित हैं और कानून का पूरी तरह से पालन करते हैं। कोरोना को लेकर जो भी दिशानिर्देश जारी किए गए, सिक्किम के लोगों ने बेहद जिम्मेदारी से उनका पालन किया। राजधानी गंगटोक के विधायक वाई टी लेपचा ने बताया-राज्य सरकार ने बहुत पहले ही मुस्तैदी दिखाई। मुख्यमंत्री से लेकर निचले स्तर तक के सभी सरकारी कर्मचारियों ने एकजुट होकर काम किया। लोगों ने भी बिना सख्ती दिखाए लॉकडाउन का पालन किया। इस पहाड़ी राज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर है, इसके बावजूद सरकार ने राजस्व की परवाह न करते हुए देश में कोरोना के मामले आने शुरू होने के साथ ही यहां विदेशी सैलानियों के आने पर रोक लगा दी।
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चीन से सटे सिक्किम ने फटकने भी नहीं दिया कोरोना को