नई दिल्ली । तबलीगी जमात प्रमुख मौलाना साद अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है, लेकिन उसके खिलाफ जांच चल रही है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने मौलाना को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। हालांकि मौलाना की ओर से कुछ ही सवालों के जवाब दिए हैं। मौलाना साद ने अपने जवाब में कहा कि मेरे जवाब को जांच में शामिल माना जाए। मौलाना साद को तलाश रही क्राइम ब्रांच ने मौलाना से साफ-साफ कहा है कि वो एम्स में कोरोना का टेस्ट करवाएं और टेस्ट की रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को सौंपें। कागजी जवाब को जांच में शामिल होना नहीं माना जाएगा। जब से मौलाना साद को कोरोना का टेस्ट करवाने के लिए कहा गया है तब से मौलाना से या उससे जुड़े लोगों से क्राइम ब्रांच का कोई संपर्क नहीं हो सका है।
क्राइम ब्रांच का मानना है कि मौलाना जांच से बचने के लिए कोरोना का टेस्ट नहीं करवा रहा है और छिपकर जाकिर नगर में बैठा है। क्राइम ब्रांच का यह भी कहना है कि जिस मरकज से निकले सैकड़ों जमातियों का कोरोना पॉजिटिव निकला, उसका चीफ आखिर कोरोना का टेस्ट क्यों नहीं करवा रहा जबकि मौलाना भी क्वारनटीन होने से पहले मरकज में ही था। क्राइम ब्रांच को मरकज तबलीग जमात का एक बैंक अकाउंट मिला और यह खाता सरकारी बैंक में है। जबकि मरकज से जुड़े कई बैंक अकाउंट की जानकारी मिली है, मौलाना साद भले ही पुलिस की पहुंच से दूर हो, लेकिन उसकी ओर से ऑडियो संदेश लगातार जारी किया जा रहा है। साद ने सोमवार को जारी एक नए ऑडियो संदेश में रमजान में मुसलमानों से घरों में रहकर इबादत करने की अपील की है। मौलाना साद ने अपने वीडियो में तराबीह (रमजान के दौरान पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज) के दौरान भी मस्जिदों में ना आने की अपील की है। मौलाना ने सभी लोगों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
रीजनल नार्थ
मौलाना साद ने क्राइम ब्रांच को कुछ सवालों के भेजे जवाब