मुंबई । देशव्यापी लॉकडाउन के कारण अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों की समस्या राज्य सरकारों को परेशान करने लगी है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र में लाखों मजदूर फंसे हैं, और उद्धव सरकार इन्हें घर भेजने की मांग कर रही है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी भी कह चुके हैं कि अगर दूसरे राज्यों की सरकारें लोगों को ले जाना चाहें,तब वह उन्हें भेजने का इंतजाम करने को तैयार है।महाराष्ट्र के डेप्युटी सीएम अजित पवार ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में मांग की है कि 3 मई को लॉकडाउन खत्म होने के बाद दूसरे राज्यों के कामगारों और मजदूरों को उनके घर भेजा जाए।
अजित पवार ने मांग की है कि दूसरे राज्यों के लोगों को ले जाने के लिए मुंबई और पुणे से स्पेशल ट्रेन चलाई जाएं। उन्होंने कहा कि अगर इन लोगों को घर नहीं भेजा जाता है,तब कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार ने पीयूष गोयल को लिखे पत्र में कहा कि महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी कामगार लॉकडाउन खत्म होने के बाद अपने घरों को जाने के लिए बड़ी संख्या में बाहर निकल सकते हैं। इससे राज्य में कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है। पवार ने कहा कि इससे बचने के लिए रेल मंत्रालय को विशेष ट्रेनें चलानी चाहिए।
अजित ने कहा कि राज्य सरकार ने यूपी, बिहार और अन्य राज्यों के कामगारों और प्रवासी मजदूरों के लिए रहने और खाने का इंतजाम किया है। उन्होंने कहा कि लगभग साढ़े छह लाख कामगार राज्य सरकार के आश्रय गृहों में रह रहे हैं और उन्हें खाना खिलाया जा रहा है। चिट्ठी में अजित पवार ने 14 अप्रैल को बांद्रा में जुटी भीड़ का भी जिक्र किया है। अजित पवार ने कहा कि यह घटना बताती है कि लोग अपने घरों को जाने के लिए कितने बेताब हैं। उन्होंने लिखा है,कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद रेल मंत्रालय की ओर से स्पेशल ट्रेन चलाई जाए।'
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अजित पवार की रेलमंत्री को चिटठी, विशेष ट्रेन चलकर कामगारों और मजदूरों को घर वापस भेजा जाएं